Israel Hamas War Conflict: हमास और इजराइल के बीच छिड़े युद्ध को समाप्त कराने के लिए मिस्र की राजधानी काहिरा में यूरोपीय देशों और अरब के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। इजरायल पर हमास के हमले के बाद गाजा में हो रही बमबारी के बीच जल्दबाजी में आयोजित की गई काहिरा शिखर सम्मेलन में, मिस्र और जॉर्डन ने इजराइल की कड़ी आलोचना की। यूरोपीय देशों ने कहा कि नागरिकों को हर हाल में बचाया जाना चाहिए। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
विफल रही शांति वार्ता
काहिरा शिखर सम्मेलन में जॉर्डन, जर्मनी, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, चीन, अमेरिका,दक्षिणी अफ्रीका और कतर, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। गाजा के मुद्दे पर प्रतिनिधियों में एक आम सहमति नहीं बन पाई। जिससे शांति वार्ता विफल हो गई।
यह भी पढ़ें: Cash For Query Issue: बिजनेस टायकून हीरानंदानी के हलफानामा से तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ी
अरब देशों ने इजराइल के प्रति जताई नाराजगी
मेजबान मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने गाजा से 23 लाख फिलिस्तीनियों को सिनाई प्रायद्वीप में भेजे जाने को लेकर किसी भी तरह की वार्ता को खारिज कर दिया। जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने इजराइल की तरफ से गाजा की घेराबंदी और बमबारी को युद्ध अपराध बताया। अरब देशों के प्रतिनिधियों ने गाजा के हालात के लिए इजराइल के प्रति नाराजगी व्यक्त की ।