यूपी के बागपत (Baghpat) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बता दें कि बागपत के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह (DM jitendra Pratap Singh) ने पीने के पानी की बोतलों पर बुलडोजर चलवा दिया. जी हां, डीएम का ये एक्शन देख वहां हर कोई हैरान हो गया. तो वहीं अब वजह आपको आगे बताते है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बागपत के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय बागपत तहसील संपूर्ण समाधान दिवस के बाद जिले की सीमावर्ती पुलिस चौकी निवाड़ा पहुंचे थे. तो वहीं जब डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को जब प्यास लगी तब उनहोंने पानी के लिए बोला और फिर उन्हें बिसलेरी पानी की बोतल की जगह बिलसेरी पानी की बोतल दी गई और जब डीएम की नजर पानी के बोतल के नाम पर पड़ी तब वो हैरान रह गए. जिसके बाद उन्हें गुस्सा आया और फिर नकली पानी की बोतलों और खाने पीने बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए.
नकली बोतलों के सप्लायर की दुकान पर पड़ा छापा
आपको बता दें कि जब नकली पानी की बोतलें सामने आई तो डीएम ने पुछा कि ये नकली बोतल कहां से आई है। तो वहीं इसी दौरान खाद्य विभाग की टीम को मौके पर बुलाया गया और डीएम के आदेश पर फौरन बिसलेरी की जगह बिलसेरी बोतल की सप्लाई करने वाले सप्लायर भीम सिंह के यहां गोदाम पर छापा मारा गया। ऐसे में जब दुकान पर पहुंचने पर पता चला कि दुकानदार भीम सिंह बिना लाइसेंस के अपने घर में पानी की बोतलों का गोदाम बना रखा था और जिले की अन्य दुकानों पर भी नकली ब्रांड का पानी की बोतलें सप्लाई कर रहा था, जिनके पास भी कोई लाइसेंस नहीं था. तो वहीं सहायक खाद्य सुरक्षा आयुक्त मानवेंद्र सिंह ने छापे में 2,663 पानी की बोतलों को बरामद कर अपने कब्जे में लिया और जब इन बोतलों की जांच हुई, तो पाया कि पानी की बोतलें असली बिसलेरी ब्रांड जैसे बिलसेरी, बिसलारी और बिसल्लेरी की नकल थीं. तो वहीं यह सब देख डीएम भड़क गए और फिर डीएम के निर्देश पर नकली बोतलों पर बुलडोजर चलवाकर इन्हें तुरंत नष्ट किया गया।
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हरियाणा से बागपत में होती थी सप्लाई
तो वहीं आगे, सप्लायर भीम सिंह से पूछताछ की गई और इस दौरान पता चला कि नकली ब्रांड की पानी की बोतलें हरियाणा से बागपत जिले की अन्य दुकानों पर सप्लाई की जाती है. ऐसे में इस मामले को संज्ञान में लेते हुए डीएम साहब ने तुरंत टीम गठित कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आम जनता को मूल ब्रांड के नाम पर कोई भी नकली खाद्य और पीने का पानी न बेचा जाए और अगर कोई यह नकली सामान बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी.
डीएम ने अधिकारियों को दिए ये आदेश
बता दें कि डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने आगे यह भी आदेश दिए हैं कि बड़े पैमाने पर पुरानी सब्जियां बेचने वाले और चटनी में रंग मिलाकर बेचने वाले होटलों को तत्काल प्रभाव से चिन्हित किया जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए. डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को यह आदेश दिए हैं कि जिले में सक्रिय ऐसे सभी प्रतिष्ठानों की जांच की जाए जो ब्रांडेड उत्पादों की नकल करके नकली सामान बेच रहे हैं. तो वहीं आगे इस मामले में बोलते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि, नकली चीज़ों की बिक्री से न केवल ग्राहकों को धोखा मिल रहा है, बल्कि इन सब से उनके स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की गई है, ताकि बाजार से नकली वस्तुओं की बिक्री को रोका जा सके.