Israel-Palestine War: एक तरफ इजराइल और फ़िलिस्तीन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है तो दूसरी तरफ UN में भी दोनों देशों को लेकर कश्मकश नजर आ रही है. हाल ही में जिस तरह से इजराइल ने गाजा पट्टी पर बमबारी की है उसकी तस्वीरें देखकर अमेरिका भी अब इजराइल के विरुद्ध अप्रत्यक्ष रूप से खड़ा नजर आ रहा है. युद्ध की आग लगातार फैलती जा रही है. इस आग में पूरा एशिया महाद्वीप झुलस रहा है, कहीं आर्थिक तौर पर इसका असर नजर आ रहा है तो कहीं सामरिक तौर पर इसकी तपन महसूस हो रही है.
हाल ही में जब यूनाइटेड नेशंस में फिलिस्तीन को एक राष्ट्र का दर्ज देने को लेकर वोटिंग हुई तो बड़ी संख्या में इसको एक देश के तौर पर पहचान देने के लिए समर्थन प्राप्त हुआ, भारत,चीन,रूस, जापान जैसे देशों ने भी इस मंच पर इजराइल की मंशा के खिलाफ वोटिंग की, जिसके बाद यूनाइटेड नेशंस में इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान आग बबूला नजर आए. इजराइल ने पहली बार यूनाइटेड नेशन में मुखर होकर फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले देशों को खरी खोटी-सुनाई.
इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान ने खुले तौर पर ये कहा कि यूनाइटेड नेशन एक आतंकवादी देश का स्वागत कर रहा है. अगर यूएन फिलिस्तीन को मेंबर बना देता है तो क्यूंकि ये एक आतंकवादी देश है, ये UN के चार्टर का उल्लंघन होगा. इसके बाद उन्होंने कहा, “Shame On You”.
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अपने भाषण में उन्होंने कहा, “85 साल पहले, जैसे ही द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ, पूरी तरह से बुराई की ताकत नरसंहार और विनाश के माध्यम से ग्रह पर हावी होने के लक्ष्य के साथ उभरी। लेकिन इस नरसंहार की साजिश के सामने, की ताकतें इस भयावहता को समाप्त करने और दुनिया में स्वतंत्रता और शांति लौटाने के लिए अच्छाई एक साथ आई, सहयोगियों की जीत के बाद, इस संस्था, संयुक्त राष्ट्र की स्थापना यह सुनिश्चित करने के मिशन के साथ की गई कि इस तरह का अत्याचार फिर कभी अपना बदसूरत सिर न उठाए।”