Noida News: नोएडा प्राधिकरण की नोएडा कर्मचारी एसोसिएशन (NEA) के चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। मतदान सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक होगा. नतीजे शाम को घोषित किए जाएंगे. बुधवार को कर्मचारी अपने-अपने पैनल के पक्ष में मतदान करने के लिए एकत्र हुए। एक पैनल के अध्यक्ष चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि दूसरे पैनल के अध्यक्ष पहली बार मैदान में उतर रहे हैं. विभिन्न पदों के लिए कुल 16 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
इस बार चुनाव मैदान में एक पैनल राजकुमार चौधरी और दूसरा बिमला देवी का है। नोएडा प्राधिकरण के सहायक चुनाव अधिकारी विजय रावल ने सेक्टर-6 इंदिरा गांधी कला केंद्र में सुबह 9 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू करा दी है। ये प्रक्रिया दोपहर 2 बजे तक चलती रहेगी। इसके बाद दोपहर 3 बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शाम करीब पांच बजे तक मतगणना पूरी होने की उम्मीद है। वहीं दूसरी तरफ राजकुमार और बिमला सिंह पैनल के पदाधिकारी बुधवार को भी प्रचार किया। राजकुमार चौधरी अब तक तीन बार अध्यक्ष रह चुके हैं। बिमला सिंह पहली बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं। यह 10 महीने बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगी जबकि यह चुनाव दो साल के लिए हो रहा है।
इन दो पैनलों के बीच है कड़ी टक्कर
राजकुमार चौधरी पैनल में अध्यक्ष पद के लिए राजकुमार सिंह, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा, वीरपाल, महासचिव जितेंद्र कुमार, सचिव नीरज राणा, अमित कुमार एवं कोषाध्यक्ष सुभाष चंद्र है। दूसरा बिमला देवी पैनल की ओर से अध्यक्ष पद के लिए बिमला देवी (अध्यक्ष), योगेश भाटी (महासचिव), सुमित शर्मा (उपाध्यक्ष), प्रसादी गौतम (उपाध्यक्ष), नरेश चंद (सचिव), रणधीर कुमार सिंह (सचिव) और राजपाल सिंह (कोषाध्यक्ष) के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे है।
राज कुमार पैनल की 27 सूत्रीय घोषणा पत्र की मुख्य बिंदु
-नोएडा और ग्रेटर नोएडा के नियमित अधिकारियों एवं कर्मचारियों लाई गई आवासीय भूखंड योजना 2011(01) के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-डब्ल्यू-05 में आंवटित भूखंडों का कब्जा दिलवाया जाना।
-शासन की ओर से लागू की गई केंद्रीय सेवा नियमावली के अंतर्गत स्थानांतरण नीति से समूह घ और ग के पूरी तरह से स्थानंतरण निति से अलग करना
-अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति कर्मचारियों एवं वर्ष 2014 से नियुक्त मस्टरोल कर्मचारियों को यमुना विकास प्राधिकरण में भूखंड आवंटित कराना।
-प्राधिकरण द्वारा अन्य अस्पतालों के अतरिक्त जेपी, फोर्टिस, मैक्स, धर्मशिला अस्पताल को भी पैनल में शामिल करवाना व कैशलेस करवाना।
-सेवा निवृत कर्मचारियों को कैशलेस चिकित्सा उपलब्ध करवाना।
-स्वास्थ्य विभाग में वेतन विसंगी को दूर करवाना।
-पत्रवाहक को शैक्षिक योग्यता के आधार पर कनिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नति व प्रभारी बनाया जाना
-उद्यान विभाग में उद्यान पर्यवेक्षक के पद को पूर्व की भांति सृजित करवाते हुए उद्यान चौधरी से उद्यान पर्यवेक्ष्सक के पद पर पदोन्नति करवाना।
-शनिवार व रविवार को कार्य करने वाले कर्मियो के प्रतिफल की धनराशि का बढ़वाया जाएगा।
-उत्तर प्रदेश में आवास विकास विभाग के अधीन कार्यरत प्राधिकरण की भांति अपने प्राधिकरण में भी पेंशन व्यवस्था को लागू करवाया जाना।
-प्राधिकरण कर्मियों को मिलने वाले चिकित्सा भत्ते की धनराधि रुपए 2500 से बढ़ाकर रुपए 4000 रुपए। धुलाई भत्ते की धनराशि 300 से बढ़ाकर 500, तेल साबुन भत्ता 200 से बढ़ाकर 500 , जलपान का भत्ता 600 से बढ़ाकर 1000 और वाहन भत्ते में 10 लीटर की बढ़ोतरी।
बिमला देवी पैनल की 12 सूत्रीय घोषणा पत्र की मुख्य बिंदु
दूसरी तरफ बिमला देवी का पैनल भी चुनाव जीतने का दावा कर रहा है। इस पैनल को भरोसा है कि पूर्व में नोएडा एम्पलाइज एसोसिएशन में अध्यक्ष रह चुके नोएडा प्राधिकरण के रिटायर कर्मचारी नेता चौधरी कुशलपाल सिंह की रणनीति के बलबूते पर उनका पैनल आसानी से चुनाव जीत जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के 47 वर्ष के इतिहास में पहली बार कोई महिला कर्मचारी अध्यक्ष पद पर दावेदारी कर रही है। इस कारण नोएडा प्राधिकरण की सभी महिला कर्मचारी एकजुट होकर बिमला देवी को जिताने का प्रयास कर रही हैं। इस पैनल को जातीय समीकरण पर भी भरोसा है। उनका मत है कि प्राधिकरण में मौजूद एससी/एसटी वर्ग के मतदाताओं का झुकाव भी उनकी तरफ है। आपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण में एससी मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है।
-सेक्टर-डब्ल्यू-5 ग्रेटरनोएडा में प्लॉट दिलवाने के लिए हाइकोर्ट में याचिका दायर है। इस रिट में और कर्म चारियों को जोड़ा जाएगा।
-अनुकंपा पर लगे सभी कर्मी को आवासीय भूखंड और भवन दिलाया जाएगा।
-सेवानिवृति के बाद भी कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल की सुविधा दिलाई जाएगी।
-कर्मचारियों और मीडिया बंधुओं के लिए लाल पैथ लैब और धर्म शिला अस्पताल में सीजीएचएस की दरों पर जांच कराई जाएगी।
-सीजीएचएस के तहत गंगाराम अस्पताल को भी पैनल में शामिल कराया जाएगा।
-इलेक्ट्रिशियन व सहायक मैकेनिक कम ऑपरेटर की वेतन विसंगति को दूर कराया जाएगा।