Ghaziabad: गाजियाबाद में एक और प्रेम कहानी का दुखद अंत हुआ, जब 21 वर्षीय सागर और 19 वर्षीय बिशाखा ने समाज और परिवार की बंदिशों से हार मानकर अपनी जान दे दी। यह घटना मुरादनगर क्षेत्र के रेल ट्रैक पर घटी, जहां प्रेमी जोड़े के शव क्षत-विक्षत अवस्था में पाए गए। दोनों ही सीकरी खुर्द गांव के निवासी थे और एक-दूसरे से बेइंतहां प्यार करते थे।
पारिवारिक विरोध बना बाधा सागर और बिशाखा एक ही गांव के रहने वाले थे और एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन उनके इस रिश्ते को परिवारों की मंजूरी नहीं मिल सकी। दोनों ने अपने परिवारों को मनाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो उन्होंने घर छोड़ने का फैसला कर लिया।
रेल ट्रैक पर मिला शव सोमवार सुबह गाजियाबाद के मुरादनगर थानाक्षेत्र के आईटीएस कॉलेज के पीछे रेल ट्रैक पर दोनों के शव मिले। पुलिस को मौके पर सागर की बाइक भी मिली, जिससे उनकी पहचान की गई। डीसीपी देहात सुरेंद्र नाथ तिवारी ने जानकारी दी कि सागर बी फार्मा का छात्र था और बिशाखा के साथ पिछले चार दिनों से लापता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों को घटना स्थल के पास पिछले कुछ दिनों से देखा गया था।
परिवारों के बीच विवाद डीसीपी तिवारी ने बताया कि सागर और बिशाखा के रिश्ते को लेकर परिवारों के बीच पहले बातचीत हुई थी, लेकिन यह विवाद सुलझ नहीं पाया। दोनों के परिवारों को यह रिश्ता कतई मंजूर नहीं था।
ये भी पढें..
Noida: नोएडा के सैक्टर-92 रेड लाइट पर चेकिंग के दौरान बदमाश से मुठभेड़, 17 मुकदमों का आरोपी घायल
गांव में फैली सनसनी इस घटना के बाद सीकरी खुर्द गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दोनों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
समाज के लिए एक सवाल सागर और बिशाखा की मौत एक बार फिर समाज और परिवार के उन बंधनों पर सवाल खड़ा करती है, जो युवाओं के प्यार को स्वीकृति नहीं दे पाते। क्या यह जरूरी है कि हर प्रेम कहानी का अंत इतना दुखद हो? यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि समय रहते ऐसे मामलों को समझदारी से संभालने की जरूरत है।