Ghaziabad: दहेज की कुप्रथा ने एक और निर्दोष महिला की जान ले ली है। दनकौर क्षेत्र के बल्लूखेड़ा गांव में 23 वर्षीय विवाहिता शीतल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका के पिता खेमचंद ने अपने दामाद चिंटू और उसके परिवार पर दहेज के लिए प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाया है।
शादी के बाद से था विवाद
बिजनौर निवासी खेमचंद ने बताया कि उनकी बेटी शीतल की शादी बल्लूखेड़ा निवासी चिंटू के साथ करीब एक साल पहले हुई थी। शादी के दौरान उन्होंने पर्याप्त दहेज दिया था, लेकिन ससुराल पक्ष इससे असंतुष्ट था। शादी के कुछ समय बाद से ही चिंटू और उसके परिवार ने शीतल से अतिरिक्त कैश और कार की मांग शुरू कर दी। इस मांग को लेकर शीतल को लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।
मायके वालों को मिली दर्दनाक खबर
गुरुवार देर रात शीतल की मौत की खबर ने मायके वालों को गहरे सदमे में डाल दिया। आरोप है कि शीतल को फांसी लगाकर मौत के घाट उतारा गया। जैसे ही मृतका के परिवार को घटना की सूचना मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी।
पुलिस की कार्रवाई
दनकौर कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के पिता खेमचंद की शिकायत पर पति चिंटू, ससुर निरंजन, देवर शिवा और ननद कंचन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोपियों की तलाश जारी
कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के बाद से चारों आरोपी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई टीमें गठित कर दी हैं। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
ये भी पढें..
Ghaziabad: देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, दो आरोपी गिरफ्तार
दहेज की प्रथा का क्रूर चेहरा
इस घटना ने एक बार फिर दहेज प्रथा की भयावह सच्चाई को सामने ला दिया है। विवाहिता शीतल की मौत ने समाज के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है—क्या दहेज रूपी यह सामाजिक कुप्रथा कभी खत्म होगी?