Greater Noida Authority: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीवर विभाग में टेंडर घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि प्राधिकरण के सीनियर अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे को सीवरेज का टेंडर दिलवाने में मदद की। सेक्टर गामा-1 में रहने वाले समाजसेवी राजेंद्र सिंह ने इस पूरे मामले की शिकायत की है।
बेटे को दिलवाया टेंडर, सीनियर अफसर पर आरोप
समाजसेवी राजेंद्र सिंह ने दावा किया है कि सीनियर अफसर ने अपने रसूख का गलत इस्तेमाल करते हुए अपने बेटे को सीवरेज का बड़ा टेंडर दिलवाया। प्राधिकरण के सूत्रों का कहना है कि टेंडर दिलवाने में सीवर विभाग और टैक्टिकल विभाग के अधिकारियों की अहम भूमिका रही।
रिटायर अफसर के बेटों पर गिरी गाज
टेंडर घोटाले का मामला उभरते ही प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू कर दी है। घोटाले में लिप्त पाए गए सीनियर अफसर के दो बेटों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के रोजगार सेवा विभाग से हटा दिया गया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि अब तक टेंडर को रद्द नहीं किया गया है।
घोटाले को दबाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, यह टेंडर घोटाला पहला मामला नहीं है। सीवर विभाग में कई और टेंडर घोटालों की भी संभावना जताई जा रही है, लेकिन प्राधिकरण की छवि खराब न हो, इसके लिए इन्हें दबाने का प्रयास हो रहा है।
मुख्यमंत्री से जांच की मांग
समाजसेवी राजेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखकर इस मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि टेंडर से जुड़े और भी कई मामले हैं जो अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत को उजागर कर सकते हैं।
फर्जी अनुभव पत्र बनाने का खेल
राजेंद्र सिंह का कहना है कि परियोजना विभाग में कई क्लर्क फर्जी अनुभव पत्र बनाकर ठेकेदारों को दे रहे हैं। इस पूरे गोरखधंधे की भी जांच कराकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
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सही जांच से बड़े खुलासे की उम्मीद
इस मामले में उचित जांच हुई तो कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं। समाजसेवी का मानना है कि समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो प्राधिकरण की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो सकते हैं।