Prayagraj : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के शृंगवेरपुर धाम में निषादराज गुह्य के जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने प्रभु श्रीराम और राजा निषाद से जुड़ी कथाओं पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और 579 करोड़ रुपये की 181 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया।
प्रयागराज की महत्वता पर दिया जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “प्रयागराज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इस जनपद में मां गंगा की असीम कृपा है। दुनिया भर में प्रयागराज की पहचान है और यह जगह धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।” उनका यह बयान प्रयागराज के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को दर्शाता है, जो न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में एक अहम स्थान रखता है।
निषादराज गुह्य के जन्मोत्सव का महत्व
सीएम योगी ने शृंगवेरपुर धाम में निषादराज गुह्य के जन्मोत्सव के मौके पर भगवान श्रीराम और राजा निषाद के मिलन की पावन धरती को प्रणाम किया। इस अवसर पर उन्होंने विधि-विधान से पूजा अर्चना की और श्रद्धा भाव से धार्मिक अनुष्ठान किए। यह आयोजन हिंदू धर्म और संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण कथाओं और इतिहास को जीवित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने 579 करोड़ रुपये की लागत वाली 181 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इन परियोजनाओं में ग्रामीण विकास, सड़क निर्माण, जल आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन से संबंधित कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से स्थानीय लोगों की जीवनशैली में सुधार आएगा और क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने निषाद राज उद्यान में अयोध्या शोध संस्थान द्वारा राजा निषाद और श्रीराम से जुड़ी कथाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं द्वारा बनाए गए मूंज उत्पादों और ओडीओपी (One District One Product) से संबंधित वस्तुओं का भी प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने इन प्रदर्शनों को देखकर महिलाओं के प्रयासों की सराहना की और ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों को मजबूत करने का आश्वासन दिया।
संस्कारों और संस्कृति को सहेजने का प्रयास
मुख्यमंत्री (Prayagraj) ने कहा कि इस तरह के आयोजन और प्रदर्शनी सिर्फ सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह स्थानीय युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम हैं। ग्रामीण पर्यटन से न केवल आर्थिक समृद्धि आएगी, बल्कि इससे स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निषादराज गुह्य के योगदान को भी याद किया और कहा कि उनका नाम भारतीय इतिहास और संस्कृति में सदैव अमर रहेगा। श्रीराम और निषादराज के मिलन को भारतीय समाज में एकता और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है, और ऐसे आयोजन इस ऐतिहासिक धरोहर को नई पीढ़ी के सामने लाने में मदद करते हैं।
ये भी पढ़ें : Asaduddin Owaisi : वक्फ संशोधन बिल पास पर ओवैसी ने कहा- इसका मकसद मुसलमानों को जलील करना
ये भी देखें : Bihar Politics: नीतीश के करीबी गुलाम गौस और लालू की मुलाकात! चुनाव से पहले क्या है बड़ा खुलासा?