Noida News: नोएडा प्राधिकरण ने डिफॉल्टर बिल्डरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है। इसी कड़ी में शनिवार को प्राधिकरण ने प्रतीक रियलटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की तीन बिना बिकी दुकानों को सील करके अहम कदम उठाया। प्राधिकरण ने इन दुकानों की नीलामी करने का फैसला किया है और नीलामी से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल कंपनी के बकाया भुगतान में किया जाएगा।
क्या है मामला?
नोएडा प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि यह मामला 2009 का है। 10 दिसंबर 2009 को प्रतीक रियलटर्स को ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए सेक्टर-120 में एक प्लॉट आवंटित किया गया था। बिल्डर ने 7 जनवरी 2010 को जमीन पर कब्जा कर लिया था। हालांकि, समय बीतने के साथ बिल्डर का बकाया बढ़ता गया और 31 दिसंबर 2023 तक 50.49 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
लापरवाही पर कार्रवाई
अधिकारी ने आगे बताया कि सरकार ने बिल्डरों के लिए राहत योजना शुरू की थी, जिसके तहत प्रतीक रियलटर्स को 12.62 करोड़ रुपये जमा करने थे, जो कुल बकाया राशि का 25% है। हालांकि, बिल्डर केवल 1.5 करोड़ रुपये ही जमा कर पाया और बाकी राशि का भुगतान करने में विफल रहा। नतीजतन, प्राधिकरण ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया। शनिवार को प्राधिकरण की टीम ने परियोजना स्थल का दौरा किया और एस-16, एस-25 और एस-26 नंबर की तीन दुकानों को सील कर दिया। अब इन दुकानों की नीलामी की जाएगी।