Ghaziabad: गाजियाबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां क्राइम ब्रांच ने 16 साल से फरार आरोपी युसूफ को हरियाणा के नूंह से गिरफ्तार कर लिया है। युसूफ पर नाबालिग किशोरी को भगाने का आरोप था और वह 2008 से फरार चल रहा था। पुलिस की गिरफ्त में आए युसूफ ने खुलासा किया कि उसने नाबालिग के साथ शादी कर ली थी और दोनों तब से पहचान छिपाकर अलग-अलग जगहों पर रह रहे थे।
जात-धर्म और उम्र की सीमाओं को किया पार
एडीसीपी सच्चिदानंद के अनुसार, युसूफ प्राइवेट ट्यूटर था और किशोरी को उसके घर पर पढ़ाने जाता था। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और एक दिन वे घर छोड़कर भाग गए। मामला अलग-अलग धर्म से जुड़ा होने के कारण और भी संवेदनशील हो गया था। किशोरी के परिजनों ने मसूरी थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
परिजनों पर भी हुई कार्रवाई, लेकिन युसूफ नहीं लौटा
परिजनों ने आरोपी और उसके परिवार को भी मामले में नामजद किया था। पुलिस ने आरोपी के परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, युसूफ और किशोरी ने अपने परिवार से सारे संबंध खत्म कर लिए और फरार हो गए। पुलिस उन्हें तलाशती रही, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
इनाम बढ़ाने के बाद मिली सफलता
साल 2018 में युसूफ की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इसके बावजूद पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। मई 2024 में इनाम बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया। आखिरकार, क्राइम ब्रांच ने नूंह में छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
अब तीन बच्चों का पिता है युसूफ
पूछताछ में युसूफ ने बताया कि फरार होने के बाद उसने किशोरी से शादी कर ली थी, जो उस समय 16 साल की थी। शादी के बाद उसने अपना नाम और ठिकाना बदल लिया, जिससे पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। फिलहाल युसूफ तीन बच्चों का पिता है और नूंह में रहकर ट्यूशन पढ़ाने के साथ छोटा-मोटा काम करता है। उसकी पत्नी भी बच्चों को पढ़ाकर परिवार का सहयोग कर रही है।
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पत्नी को पढ़ाया-लिखाया
युसूफ ने पुलिस को यह भी बताया कि शादी के बाद उसने अपनी पत्नी को पढ़ाया-लिखाया, जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके। फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।