Delhi News: दिल्ली सरकार ने राजधानी के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए युद्धस्तर पर काम करने का फैसला किया है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार (4 मार्च) को गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने चिकित्सा उपकरणों की लापरवाही, स्टाफ की कमी और अधूरी पड़ी परियोजनाओं को लेकर नाराजगी जताई और जल्द सुधार के निर्देश दिए।
24×7 विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य राजधानी के लोगों को 24×7 विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में 40 फीसदी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है, जिससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, अस्पताल में पुरानी सीटी स्कैन मशीन से ही अब तक मरीजों की जांच की जा रही है।
‘अस्पतालों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी’
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अस्पताल में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पीपीई किट और अन्य चिकित्सा उपकरणों के उचित भंडारण न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने तुरंत सभी चिकित्सा उपकरणों के सही भंडारण और इन्वेंट्री की जांच के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अस्पतालों में स्वच्छता और व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी।”
पिछली सरकार पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पिछली सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि 1200 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद 7 अस्पतालों का निर्माण पूरा नहीं किया गया। जीटीबी अस्पताल में भी नए ब्लॉक का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों से जुड़ी लंबित परियोजनाओं की समीक्षा के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। सीएम ने बताया कि पिछली सरकार ने करीब 25 अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (MS) और डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा।
‘आयुष्मान योजना को दिल्ली में किया जाएगा लागू’
मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि जीटीबी अस्पताल दिल्ली ही नहीं, बल्कि आसपास के कई इलाकों से आने वाले मरीजों का भी इलाज करता है। यहां 1400 बेड हैं और रोजाना 6000-8000 मरीज ओपीडी में आते हैं। उन्होंने ऐलान किया कि पिछली सरकार द्वारा रोकी गई आयुष्मान योजना को दिल्ली में लागू किया जाएगा, जिससे गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज मिल सके।
‘नई खरीद से पहले उपलब्ध संसाधनों का होगा उपयोग’
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए कि नई खरीदारी से पहले मौजूदा संसाधनों का पूरा इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर किसी अस्पताल को किसी उपकरण की जरूरत नहीं है, तो उसे दूसरे अस्पतालों में भेजा जाएगा, ताकि जनता को इसका पूरा लाभ मिले।
‘मरीजों की देखभाल में लापरवाही करने वालों पर होगी कार्रवाई’
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार सरकारी अस्पतालों को पूरे देश में बेहतरीन बनाने के लिए पूरी मेहनत से काम कर रही है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि मरीजों के इलाज में लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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मरीजों से की मुलाकात, वितरित किए फल
मुख्यमंत्री ने जीटीबी अस्पताल के मरीजों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उन्हें फल वितरित किए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अस्पतालों को अपग्रेड कर राजधानी के स्वास्थ्य मॉडल को और कुशल और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।