Noida: गौतमबुद्ध नगर के किसान आज सोमवार को दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं। इसको लेकर रविवार रातभर रणनीति बनाई गई। किसान दोपहर 12:00 बजे ग्रेटर नोएडा से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस आंदोलन में एक लाख से ज्यादा किसान हिस्सा लेंगे, जिनमें करीब 30,000 महिलाएं शामिल होंगी। किसानों के इस बड़े आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
गांव-गांव में हुई पंचायत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता सुनील प्रधान ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र के हर गांव में रविवार रातभर पंचायतें हुईं। इन बैठकों में आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। बादलपुर, सादोपुर, मायचा, धूममानिकपुर, दनकौर, जेवर और सैनी जैसे गांवों में महिलाओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। महिलाओं ने फैसला किया है कि वे सोमवार को अपने घरेलू कार्यों को छोड़कर आंदोलन में शामिल होंगी।
वार्ता विफल होने से नाराज किसान
रविवार को किसानों की तीनों प्राधिकरणों के अधिकारियों, जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर के साथ लगभग तीन घंटे तक हाईलेवल बैठक हुई। बैठक में किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे, जबकि अधिकारियों ने समाधान के लिए समय मांगा। किसानों ने तत्काल समाधान की मांग की, लेकिन वार्ता विफल हो गई। इसके बाद किसानों ने नाराज होकर बैठक छोड़ दी और दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया। किसानों का कहना है कि अब उन्हें कोई नहीं रोक सकता।
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क्या हैं किसानों की मांगें?
किसानों का कहना है कि गोरखपुर में बन रहे हाईवे के लिए चार गुना मुआवजा दिया गया, लेकिन गौतमबुद्ध नगर के किसानों को इससे वंचित रखा गया। इसके अलावा, पिछले 10 वर्षों से सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। किसानों ने नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ और हाई पावर कमेटी की सिफारिशें लागू करने की मांग की है। साथ ही, किसानों को 10% विकसित भूखंड देने की भी मांग की गई है।