Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित किसान महापंचायत में शामिल होने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। यह घटना टप्पल थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुई, जहां पुलिस ने उनकी कार को रोककर बलपूर्वक उन्हें बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें एक बस में बैठाकर अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
टिकैत का बड़ा बयान
हिरासत में लिए जाने के बाद राकेश टिकैत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“हमें नहीं पता कि हमें कहां ले जाया जा रहा है। यह पहला ट्रायल है, अगला ट्रायल शाम को दिखाएंगे। अगर इसका समाधान नहीं निकला तो हम लखनऊ तक ट्रैक्टर यात्रा शुरू करेंगे।”
उन्होंने सरकार पर गरीब, मजदूर और आदिवासी वर्ग को दबाने का आरोप लगाया।
पुलिस ने किया सख्त बंदोबस्त
किसान महापंचायत को रोकने के लिए प्रशासन ने पहले से ही व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे। यमुना एक्सप्रेस-वे पर भारी पुलिस बल तैनात था। जब राकेश टिकैत और उनके समर्थक महापंचायत में शामिल होने के लिए बढ़ रहे थे, तो पुलिस ने उनकी कार को बीच रास्ते में रोक दिया।
इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। यातायात प्रभावित हुआ और तनाव का माहौल बन गया। मौके पर अलीगढ़ के डीएम, एसपी और एसएसपी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
आर-पार की लड़ाई का ऐलान
हिरासत में लिए जाने के बाद राकेश टिकैत ने संघर्ष को और तेज करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा,
“यह अब आर-पार की लड़ाई है। हम अपने अधिकारों के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि शाम तक वे अपने अगले कदम की घोषणा करेंगे।
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किसान आंदोलन को नया मोड़
इस घटना ने किसान आंदोलन में एक नया मोड़ ला दिया है। राकेश टिकैत की चेतावनी और पुलिस कार्रवाई से स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह टकराव आने वाले दिनों में बढ़ सकता है और इसका असर सरकार और किसानों के बीच संबंधों पर गहरा पड़ सकता है।