Rahul Gandhi Sambhal Visit : आज (4 दिसंबर) कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा संभल जाने के लिए निकले थे, लेकिन यूपी बॉर्डर पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस वजह से उनका काफिला आगे नहीं बढ़ सका और उन्हें दिल्ली वापस भेज दिया गया। राहुल और प्रियंका के साथ कांग्रेस के अन्य सांसद भी इसी घटनाक्रम का हिस्सा थे।
काफी देर तक चले प्रयासों के बाद, जब काफिला आगे नहीं बढ़ सका, तो सभी कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता दिल्ली की तरफ लौट गए। बाद में, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित सभी कांग्रेस सांसद संसद के लिए रवाना हो गए।
यूपी बॉर्डर पर उनके काफिले को रोकने के लिए पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। प्रशासन ने पहले ही ट्रैफिक को रोक दिया था, ताकि कांग्रेस नेताओं को आगे बढ़ने से रोका जा सके। इस सख्त प्रशासनिक कार्रवाई ने स्थानीय जनता के लिए कई समस्याएं खड़ी कर दीं, क्योंकि हजारों वाहन जाम में फंसे रहे।
जाम में फंसे लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीटा
यह स्थिति खासतौर पर उन लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर गई, जिनके पास बेहद जरूरी कार्य थे। कई लोग जाम में फंसे रहने के कारण अपनी महत्वपूर्ण यात्रा से वंचित हो गए। एक व्यक्ति ने बताया कि वह अपनी बेटी को एग्जाम दिलाने के लिए मेरठ जा रहे थे, लेकिन जाम में फंसने के कारण वह समय पर नहीं पहुंच पाए। नरेंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने कहा कि उनकी बेटी का परीक्षा 1 बजे से था, लेकिन वह दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर जाम में फंसे हुए थे और समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच सके।
इसी तरह से एक और व्यक्ति ने बताया कि वह अपनी पिता की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए जाम के बावजूद समय पर नहीं पहुंच सके। इसके अलावा, एक अन्य शख्स ने कहा कि उसे कोर्ट की सुनवाई के लिए जाना था, लेकिन वह जाम में फंसने के कारण अदालत में पेश नहीं हो सका।
यहां तक कि कुछ लोगों को अपनी ऑफिस की जरूरी मुलाकातों के लिए भी जाम में फंसे रहने के कारण देर हो गई। एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी दोपहर 12 बजे ऑफिस अपॉइंटमेंट थी, लेकिन वह जाम के कारण अपने दफ्तर नहीं पहुंच पाया।
इस तरह के हालात ने लोगों में गुस्से को जन्म दिया, और कई लोग कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भिड़ गए। कुछ कार्यकर्ताओं को थप्पड़ भी मारे गए, क्योंकि लोग इस स्थिति के लिए कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार मान रहे थे।
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सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की सख्ती के बावजूद, यह घटना उन लोगों के लिए दर्दनाक साबित हुई, जिनका दिन महत्वपूर्ण कार्यों से भरा था और जो जाम में फंसने के कारण उन कार्यों को पूरा नहीं कर सके।