एंड्रॉयड (Android) स्मार्टफोन इंडस्ट्री हर साल नए इनोवेशन और बदलावों से गुजरती है, लेकिन 2025 में यह इंडस्ट्री एक बड़े और अभूतपूर्व बदलाव की ओर बढ़ रही है। अब स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को बैटरी बैकअप की चिंता से मुक्ति मिलने वाली है। जहां अब तक अधिकतर स्मार्टफोन 5000 mAh की बैटरी के साथ आते थे, वहीं 2025 में स्मार्टफोन्स 6000 mAh, 7000 mAh, या इससे भी बड़ी क्षमता वाली बैटरी के साथ बाजार में धमाल मचाने को तैयार हैं।
बड़ी बैटरी की आवश्यकता क्यों?
- लंबे समय तक उपयोग: आजकल स्मार्टफोन्स का इस्तेमाल न केवल कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए होता है, बल्कि ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग, और मल्टीटास्किंग के लिए भी किया जाता है। ऐसे में अधिक बैटरी क्षमता की आवश्यकता स्वाभाविक है।
- हाई-परफॉर्मेंस फीचर्स: 5G नेटवर्क, AI-सपोर्टेड कैमरा, और पावरफुल प्रोसेसर वाले स्मार्टफोन्स बैटरी की खपत को तेजी से बढ़ाते हैं। बड़ी बैटरी इस समस्या का समाधान करेगी।
- वर्क फ्रॉम एनीवेयर की सुविधा: आज के समय में स्मार्टफोन्स ऑफिस का काम, ऑनलाइन मीटिंग्स, और अन्य पेशेवर कार्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। बड़ी बैटरी क्षमता इसे अधिक कुशल बनाएगी।
इस बदलाव के क्या हैं फायदे?
लंबा बैकअप: बड़ी बैटरी के साथ यूजर्स को बार-बार चार्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ऑन-द-गो कनेक्टिविटी: ट्रैवलिंग के दौरान चार्जिंग की चिंता कम होगी।
सस्टेनेबिलिटी: बार-बार चार्जिंग से ऊर्जा की खपत कम होगी, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
कंपनियों की रणनीति
सैमसंग, श्याओमी, वनप्लस, और रियलमी (Android) जैसी कंपनियां पहले ही बड़े बैटरी वाले स्मार्टफोन्स की टेस्टिंग कर रही हैं। अफवाह है कि सैमसंग का अगला फ्लैगशिप मॉडल 7500 mAh की बैटरी के साथ लॉन्च हो सकता है। वहीं, मिड-रेंज स्मार्टफोन्स में भी 6000-6500 mAh बैटरी की पेशकश की जा रही है।
फोन का वजन और मोटाई: बड़ी बैटरी के साथ फोन भारी और मोटा हो सकता है। हालांकि, कंपनियां नई बैटरी टेक्नोलॉजी जैसे सॉलिड-स्टेट बैटरी पर काम कर रही हैं, जो हल्की और शक्तिशाली होगी।
हीट मैनेजमेंट: बड़ी बैटरी के साथ फोन का तापमान संतुलित रखना एक चुनौती हो सकती है। इसके लिए एडवांस्ड कूलिंग सिस्टम पर काम किया जा रहा है।