New Delhi: दिल्ली में आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। रविवार को पार्टी के पांच निगम पार्षद—राम चंद्र, पवन सहरावत, मंजू निर्मल, सुगंधा बिधूड़ी और ममता पवन—ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ग्रहण कर ली। इन सभी ने बीजेपी नेताओं रामवीर सिंह बिधूड़ी, योगेंद्र चंदोलिया और अन्य के साथ आज बीजेपी में शामिल होने की घोषणा की। गौरतलब है कि आप के संस्थापक अरविंद केजरीवाल इस समय शराब नीति मामले में जेल में हैं।
इस घटनाक्रम से आप को काफी नुकसान हुआ है क्योंकि एक साथ पांच पार्षदों का बीजेपी में शामिल होना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इससे नगर निगम में बीजेपी पार्षदों की संख्या में इजाफा होगा। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में कुल 250 निगम पार्षद हैं, जिनमें से 104 सीटें महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।
इसके अतिरिक्त, दिल्ली नगर निगम में 42 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवारों के लिए और 21 सीटें महिला एससी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। इससे पहले, 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा 10 एल्डरमैन को नामित करने के फैसले को बरकरार रखा था। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि एल्डरमैन नामित करने के लिए उपराज्यपाल को कैबिनेट की सलाह की आवश्यकता नहीं है।]
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दिल्ली नगर निगम के नियमों के अनुसार, एमसीडी में हर तीन साल में चुनाव होते हैं और हर वित्तीय वर्ष की पहली बैठक में मेयर का चुनाव किया जाता है। नियमों के मुताबिक, बहुमत वाली पार्टी अपने उम्मीदवार को मेयर के रूप में नामित करती है। यदि विपक्षी पार्टी विरोध में अपने उम्मीदवार को नामांकित करती है, तो चुनाव आयोजित किया जाता है।