नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अपने सुरक्षा कार्यों के लिए 1,047 केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) कर्मियों को तैनात करने जा रहा है। अविवाहित कर्मियों को एयरपोर्ट परिसर में ही ठहराया जाएगा, जबकि विवाहित कर्मियों के रहने की व्यवस्था यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा की जाएगी। यह निर्णय लखनऊ में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
बैठक में निर्माण प्रगति की समीक्षा
बैठक में एयरपोर्ट पर चल रहे निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गई। यह पाया गया कि अधूरे निर्माण के कारण विमान संचालन के लिए आवश्यक रडार सिस्टम और अन्य उपकरण अभी साइट पर नहीं हैं। साइट पर धूल की मौजूदगी इन संवेदनशील उपकरणों को संभावित रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। उपकरण साइट पर तभी ले जाए जाएंगे, जब स्थापना आसन्न होगी। रनवे का काम पूरा हो चुका है और मानसून के बाद रनवे मार्किंग और लाइटिंग का काम अंतिम रूप दिया जाएगा, इस प्रक्रिया में लगभग एक महीने का समय लगने की उम्मीद है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंप दिया गया है। बैठक में सीमा शुल्क, आव्रजन ब्यूरो, भारत मौसम विज्ञान विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल थे।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण की वर्तमान स्थिति
- टर्मिनल बिल्डिंग- अग्रभाग और छत का काम चल रहा है। बैगेज हैंडलिंग सिस्टम की स्थापना पूरी होने वाली है। मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और प्लंबिंग (एमईपी) और फिनिशिंग का काम तेजी से चल रहा है।
- रनवे- डामर बिछाने का काम पूरा हो गया है। चल रहे कार्यों में रनवे मार्किंग, एप्रोच लाइट और एयरफील्ड ग्राउंड लाइटिंग शामिल हैं।
- एटीसी टॉवर- एमईपी का काम और फिनिशिंग जारी है। नेविगेशन एड्स जैसे डीवीओआर को कैलिब्रेट किया गया है, जबकि इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) कैलिब्रेशन अपने अंतिम चरण में है।
किन एयरलाइन कंपनियों से हुआ है समझौता
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से ऑनबोर्ड सेवाओं के लिए इंडिगो और अकासा एयर के साथ समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। नेटवर्क नियोजन और परिचालन आवश्यकताओं पर चर्चा जारी है, अन्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय वाहक भी इसमें रुचि दिखा रहे हैं। विमान ईंधन भरने, ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सहित प्रमुख वैमानिकी सेवाओं को आवंटित किया गया है। खुदरा, भोजन, लाउंज, ड्यूटी-फ्री दुकानें और होटल जैसी गैर-वैमानिकी सेवाओं के लिए भी समझौता ज्ञापन स्थापित किए गए हैं।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कब शुरू होगा परिचालन
हवाई अड्डे की मुख्य प्रणालियों के लिए स्वीकृति परीक्षण पूरे हो चुके हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ-सर्विस बैग ड्रॉप और ई-गेट के लिए परीक्षण प्रगति पर है। एयरफील्ड लाइटिंग, यात्री बोर्डिंग ब्रिज, लिफ्ट और एस्केलेटर सहित महत्वपूर्ण परिचालन और रखरखाव सेवाओं के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। हवाई अड्डे के पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल होगा, जिसकी क्षमता सालाना 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की होगी। सभी चार चरणों के पूरा होने पर, हवाई अड्डा प्रति वर्ष 70 मिलियन यात्रियों को समायोजित करने में सक्षम होगा।