Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के सफल रेस्क्यू से देशभर में खुशी का माहौल है. बचाए गए श्रमिकों के गांवों में जश्न मनाया जा रहा है और आतिशबाजी की जा रही है। बता दें कि यह हादसा दिवाली के दिन हुआ था और तभी से मजदूर सुरंग में फंसे हुए थे. आज शाम को श्रमिकों की सुरक्षित वापसी की खुशी को लेकर देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आवास पर ‘इगास बग्वाल’ नामक उत्सव आयोजित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “यह बचाव अभियान बहुत चुनौतीपूर्ण और कठिन था। मैं इसमें योगदान देने वाले सभी लोगों का आभारी हूं। बाबा बौखनाग की कृपा से यह अभियान सफल रहा। हिमालय हमें लचीला बने रहने और आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता है।” .बाबा बौखनाग की कृपा सभी भक्तों पर बनी रहे, यही कामना करता हूं.” मुख्यमंत्री ने टनल रेस्क्यू में शामिल आईटीबीपी के जवानों से भी मुलाकात की.
‘इगास बग्वाल’ क्या है?
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में दिवाली के ठीक 11 दिन बाद ‘इगास बग्वाल’ मनाने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान राम अयोध्या लौटे तो पहाड़ों तक खबर पहुंचने में 11 दिन लग गए। इसलिए दिवाली के 11 दिन बाद ‘इगास बग्वाल’ मनाया जाता है।
राज्य सरकार प्रत्येक मजदूर को एक लाख रुपये देगी
17वें दिन मंगलवार को सिल्क्यारा टनल से निकाले गए 41 मजदूरों को चिन्यालीसौड़ में बने अस्पताल ले जाया गया है, जहां वे 48 घंटे तक डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे। इसके बाद उन्हें अपने परिवार से मिलने की इजाजत दी जाएगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि सरकार स्वस्थ श्रमिकों को आर्थिक सहायता के रूप में एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
इलाज और घर वापसी की व्यवस्था की जायेगी
मुख्यमंत्री ने 17 दिनों तक चले इस कठिन बचाव अभियान में उनके प्रयासों के लिए सभी एजेंसियों, कर्मचारियों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ, अंतर्राष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स और उनकी टीम और क्रिस कूपर को धन्यवाद दिया। धामी ने कहा कि सरकार सिल्कयारा टनल में फंसे सभी श्रमिकों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी. इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं. साथ ही अस्पताल में इलाज और घर वापसी की भी व्यवस्था की जायेगी.
बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनेगा
सीएम धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं के आशीर्वाद से ऑपरेशन सफल रहा. इसलिए सिल्कयारा में बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनाया जायेगा. इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी मजदूर सुरक्षित बाहर आ गये हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग के मंदिर निर्माण की मांग की है और सरकार इस मांग को पूरा करेगी.