Noida News: शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम के तहत चार चरणों में निजी स्कूलों में 5,000 से अधिक बच्चों को सीटें आवंटित की गई हैं। हालांकि, अभी तक केवल 2,700 छात्रों को ही प्रवेश मिला है, जबकि 2,500 से अधिक बच्चे अभी भी प्रवेश के लिए इंतजार कर रहे हैं। उनके अभिभावक लगातार स्कूलों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने स्कूलों से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें आरक्षित
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राहुल पंवार ने बताया कि आरटीई के तहत निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें आरक्षित हैं। जिले में 1,200 से अधिक स्कूल हैं, जिनमें 16,516 सीटें हैं। पहले चरण में 5,810 अभिभावकों ने प्रवेश के लिए आवेदन किया था, जिसमें से 2,563 छात्रों को सीटें आवंटित की गईं। दूसरे चरण में 3,891 अभिभावकों ने आवेदन किया, जिसमें 1,561 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं। तीसरे चरण में 1,602 अभिभावकों ने आवेदन किया और 662 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं। अंतिम चरण में 275 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं।
2,760 छात्रों को प्रवेश
उन्होंने बताया कि गुरुवार को 5,061 छात्रों को सीटें आवंटित की गईं, लेकिन अभी तक केवल 2,760 छात्रों को ही प्रवेश दिया गया है। छात्रों को प्रवेश न देने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।
स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई
बीएसए ने बताया कि इन सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर दिया गया है। अगर स्कूल बच्चों को प्रवेश नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।