ग्रेटर नोएडा और नोएडा की हवा में प्रदूषण का जहर घूलने लगा है रविवार को दोनों शहर का AQI रेड जोन में 300 के पार पहुंच गया है। (Noida AIR Poor Condition) उत्तर प्रदेश प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने प्रदूषित हवा की वजह पराली के धुएं को कहा है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक तीन दिनों तक वायु प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है उन्होंने ग्रेनो का एक्यूआई 400 के पार पहुंचने की आशंका जताई है।
रेड जोन में पहुंची नोएडा की हवा
एक सप्ताह पहले नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा काफी अच्छी थी। ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई येलो और नोएडा का एक्यूआई ग्रीन जोन में पहुंच गया था, लेकिन पिछले तीन दिन में दोनों शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है। (Noida AIR Poor Condition) ग्रेप लागू होने के बाद पहली बार दोनों शहर का एक्यूआई रेड जोन में पहुंचा है।
औद्योगिक नगरी में विजयादशमी से पहले नोएडा और ग्रेटर नोएडा के इलाकों की हवा खराब और बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।(Noida AIR Poor Condition) केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों को देखें तो रविवार सुबह दस बजे नोएडा के तीन इलाकों की हवा खराब व एक इलाके की हवा बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। प्रदूषण के हालात शहर में इस कदर खतरनाक हैं कि बेहद सूक्ष्म कणों की मात्रा सामान्य से कई गुना से ज्यादा हैं तो कार्बन मोनोक्सॉइड की मात्रा भी कई गुना तक ज्यादा चल रही है।

खुदाई और निर्माण गतिविधि बना रही हवा को जहर
शहर में जिन जगह पर खुदाई और निर्माण गतिविधियां चल रही हैं। उन जगहों पर प्रदूषण रिकॉर्ड तोड़ स्थिति में है। सेवन एक्स के पास कई जगह सीवर, पानी की खुदाई के बाद सड़कों का निर्माण न होने के कारण धूल के गुबार उड़ रहे हैं। (Noida AIR Poor Condition) धूल, कचरा जलाने, ट्रैफिक जाम वातावरण में प्रदूषण की मात्रा बढ़ा रहा है। सूक्ष्म कण पेड़, पौधे, सड़क आदि पर जमा हैं। ट्रैफिक जाम से मुक्ति, सड़कों की धूल कम करने के लिए पानी का छिड़काव आदि कदमों को तुरंत उठाने की जरूरत है।