Delhi : देश की राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA) पर एक ही दिन में फ्लाइट संचालन पूरी तरह चरमरा गया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि लगभग 68% उड़ानों में देरी हुई, जिससे हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। देरी की वजह से उड़ानों को डायवर्ट तक करना पड़ा और सोशल मीडिया पर यात्री जमकर भड़ास निकालते नजर आए।
सीएम उमर अब्दुल्ला भी हुए प्रभावित
इस अराजक स्थिति का सामना जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को भी करना पड़ा। उन्होंने अपनी नाराज़गी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के ज़रिए जाहिर की। रविवार को उन्होंने पोस्ट किया, दिल्ली (Delhi) एयरपोर्ट पर व्यवस्था बहुत ही खराब है। जम्मू से रवाना होने के तीन घंटे बाद हमारी फ्लाइट को जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। इसलिए मैं रात 1 बजे भी जयपुर में ही हूं। मुझे नहीं पता कि हम यहां से कब रवाना होंगे।
जानकारी के अनुसार, उनकी फ्लाइट को जयपुर डायवर्ट करने के बाद तड़के 3 बजे दिल्ली लाया गया। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री को दिल्ली पहुंचने में करीब 5.5 घंटे का समय लगा। अपनी यात्रा को लेकर उन्होंने दिल्ली एयरपोर्ट को एक “घटिया शो” करार दिया।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) की सफाई भी सामने आई है। DIAL के अनुसार, “8 अप्रैल से रनवे 10/28 को आवश्यक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) अपग्रेडेशन के लिए अस्थायी रूप से बंद करने की योजना पहले से बनाई गई थी। इस फैसले में एयरलाइंस, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और अन्य हितधारकों की सहमति भी शामिल थी।
DIAL का यह भी कहना है कि उन्हें पहले ही एयरलाइंस को अपने फ्लाइट शेड्यूल में आवश्यक बदलाव करने की सलाह दी थी, लेकिन अधिकांश एयरलाइंस ने इस दिशा में बहुत कम या कोई कदम नहीं उठाया। इसका सीधा असर यात्रियों और परिचालन पर पड़ा।
एयरलाइंस ने भी DIAL पर ठीकरा फोड़ा
DIAL के स्पष्टीकरण (Delhi) के बाद एयरलाइंस कंपनियों ने पलटवार करते हुए एयरपोर्ट ऑपरेटर पर ही सवाल खड़े कर दिए। एयरलाइंस अधिकारियों का कहना है कि पिछले तीन सालों में दिल्ली एयरपोर्ट ने बार-बार समस्याएं झेली हैं। पिछले साल टर्मिनल 1 में तकनीकी गड़बड़ी हुई थी, वहीं सर्दियों में मुख्य रनवे CAT III B लैंडिंग को ठीक से संभाल नहीं पाया था। अब यह नई समस्या सामने आ गई है। इस तरह की अनियमित सेवाओं के साथ IGIA बढ़ती हवाई यात्रा की मांग कैसे पूरी करेगा?
तकनीकी सीमाएं और मौसम भी जिम्मेदार
इस समय IGIA पर केवल तीन रनवे चालू हैं। वहीं, बेमौसम पूर्वी हवाओं के कारण लैंडिंग की प्रक्रिया और अधिक जटिल हो गई है। परिणामस्वरूप, IGIA एक घंटे में सिर्फ 32 फ्लाइट्स को ही लैंड करा पा रहा है, जबकि उड़ानों की मांग इससे कहीं ज्यादा है।