देश भर में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों और मुस्लिम संगठनों ने इस कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं। वहीं, मणिपुर में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष असकर अली को इस कानून का समर्थन करने का भारी खामियाजा भुगतना पड़ा, जब गुस्साई भीड़ ने उनके घर को आग के हवाले कर दिया।
असकर अली का समर्थन और बढ़ते विरोध
मणिपुर के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष असकर अली ने वक्फ बिल के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। पहले तो लोगों ने उनकी पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी, लेकिन जल्द ही स्थिति बिगड़ गई। लोग उनके घर के बाहर जमा हुए और विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करने लगे। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और घर में आग लगा दी।
अली का माफी का बयान
इस घटना के बाद असकर अली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपने पहले के बयान के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनके बयान के कारण समुदाय में असहमति पैदा हुई, और अब वह इस कानून का विरोध करते हैं।
मणिपुर में बढ़ते विरोध प्रदर्शन
मणिपुर में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में हुए प्रदर्शनों में 5,000 से अधिक लोग शामिल हुए, जिससे एनएच 102 पर ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। अधिकारियों के मुताबिक, कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पें भी हुईं।
विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वक्फ संशोधन अधिनियम संविधान के मूल्यों के खिलाफ है। प्रदर्शनकारी साकिर अहमद ने कहा, “यह कानून मुस्लिम समुदाय के लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य है, और इसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा।”
मुस्लिम इलाकों में बढ़ाई गई सुरक्षा
वक्फ बिल के विरोध में बढ़ते प्रदर्शनों के बीच प्रशासन ने अलर्ट मोड पर आकर मुस्लिम बहुल इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। अधिकारियों ने अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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