मूसलाधार बारिश के कारण नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। गांव, शहर, कस्बों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ से सबसे ज्यादा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब की हालत खस्ताहाल है। कोई भी परिस्थिती हो भारतीय सेना हमेशा तत्पर रहती है। एकबार फिर मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों में भारतीय वायु सेना भी शामिल हो गई है। बता दें कि भारतीय वायु सेना के विमानों ने पिछले 48 घंटों में कुल 40 उड़ानें भरी हैं, जिनमें 126 लोगों को बचाया गया है। बाढ़ से प्रभावित विभिन्न इलाकों में 17 टन राहत सामग्री लोगों में वितरित की गई है।
सबसे खराब हालात हिमाचल प्रदेश में हैं, जहां कुल्लू घाटी में बाढ़ से बुरी स्थिति है। हिमाचल प्रदेश में हालात बहुत बुरे हैं तो पंजाब में नदियों के तटबंध टूट रहे हैं। हिमाचल में 80 लोगों की मौत हो चुकी है तो 10 लोगों ने चंडीगढ़ में जान गंवाई है। यमुना व घग्गर नदियों में उफान से हरियाणा के कई जिलों में हजारों लोग बाढ़ग्रस्त गांवों में फंस गए हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए पंजाब के लिए 218.40 करोड़ रुपये जारी किए हैं।