घर पर खाना बनाने के मन नहीं है तो झट से ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर दिया, लेकिन अब शायद ऐसा करना आपके लिए मुश्किल हो, और ऐसा इसलिए क्योंकि अब SWIGGY और ZOMATO जैसे ONLINE FOOD DELIVERY ऐप से मिलने वाला खाना महंगा होने वाला है, दरअसल बात ये है कि जीएसटी परिषद ऑनलाइन फूड मिलने वाले खाने को अपने दायरे में लाने पर विचार कर रही है, कमेटी ने फूड डिलीवरी एप्स को कम से कम पांच फीसदी जीएसटी के दायरे में लाने की सिफारिश की है, आज लखनऊ में जीएसटी परिषद की 45वीं बैठक हो रही है, बताया जा रहा है कि बैठक में इस मुद्दे पर अहम फैसला भी लिया जा सकता है,
रेस्तरां में खाना सस्ता,घर मंगाना महंगा
खाना महंगा तो हो रहा है लेकिन वो खाना नहीं जो आप रेस्तरां में बैठकर खाते हैं, बात ये है कि जीएसटी परिषद में होने वाले बैठक में रेस्तरां में बैठकर खाना ऑर्डर करने को महंगा करने पर विचार नहीं होगा लेकिन जब आप वही खाना घर पर मंगा कर खाएंगे तो आपको उस खाने के लिए ज्यादा पैसा चुकाना पड़ सकता है, अगर शुक्रवार को होने वाली बैठक में इसपर विचार होता है तो आपको ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं, अगर आप स्विगी, जोमैटो, या किसी दूसरे ऐप से खाना मंगवाते हैं, तो अब महंगा पड़ सकता है,
कब से लागू हो सकता है फैसला ?
बताया जा रहा है कि सरकार इस फैसले को एक जनवरी 2022 से लागू कर सकती है, 2019-20 और 2020-21 में दो हजार करोड़ रुपये के जीएसटी घाटे का अनुमान लगाया है और फिटमेंट पैनल ने सिफारिश की है कि फूड एग्रीगेटर्स को ई-कॉमर्स ऑपरेटरों के रूप में अलग कर रेस्तरां की ओर से जीएसटी का भुगतान किया जायेगा. कई रेस्तरां ऐसे हैं जो जीएसटी का भुगतान नहीं कर रहे और रजिस्टर्ड भी नहीं हैं.
आशीष प्रमोद गोस्वामी