सुलतानपुर: कूरेभार थाना क्षेत्र के सरैया मझौवा के रहने वाले एक सेवानिवृत्त फौजी पिता ने न्याय मिलने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़ा हुआ हैं। पिता ने बेटे के संदिग्ध मौत की जांच एवं न्याय की मांग को लेकर अपने घर पर ही 20 दिन से शव को लेकर बैठा हुआ है। जिले में पहुंची सांसद मेनका गांधी ने शनिवार इस प्रकरण पर दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने एवं न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। पुलिस की तरफ से दिल्ली पुलिस को प्रकरण से अवगत कराया गया है।
– कब और कहा हुई मौत
दिल्ली से शिवांक पाठक ने सुल्तानपुर में रहने वाले अपने छोटे भाई इशांक से 19 जुलाई को फोन पर हत्या की आशंका जताई थी। एक अगस्त को शिवांक की संदिग्ध परिस्थितियों में में मौत हो गई। परिजनों को इसकी सूचना देर से मिली। उनके दिल्ली पहुंचने तक शव का पोस्टमार्टम भी करा दिया गया था।
सेना में सूबेदार पद से सेवानिवृत्त पिता शिव प्रसाद पाठक कूरेभार थाना क्षेत्र के सरैया मझौवा के रहने वाले हैं। श्री पाठक ने आरोप लगाया है कि बेटे की मौत की जांच की बात कही तो दिल्ली पुलिस ने अनसुना कर दिया। तब वे शव लेकर गांव आ गए। घर में ही डीप फ्रीजर लगाकर 20 दिन से शव सुरक्षित रखा है। बेटे की मौत से पर्दा उठाने के लिए कूरेभार थाने को सूचना दी,लेकिन उनकी एक न सुनी गई। तब डीप फ्रीजर खरीदा और जिगर के टुकड़े का शव रखकर इंसाफ की लड़ाई शुरू कर दी। वे स्थानीय थाना, एसपी डॉ विपिन कुमार मिश्रा और डीएम रवीश गुप्ता तक गुहार लगा चुके है। सुनवाई न हुई तो दीवानी न्यायालय की शरण ली है।