नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने संस्कृत को भारतीय संस्कारों की भाषा बताते हुए देशवासियों से संस्कृत सीखने और उसका साहित्य अध्ययन करने का आग्रह किया है।
श्रावण मास में पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन के दिन हर साल संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर उप-राष्ट्रपति ने रविवार को अपने शुभकामना संदेश में कहा, “आज श्रावण पूर्णिमा के शुभ दिन विश्व संस्कृत दिवस आयोजित किया जाता है। हमारे समृद्ध संस्कृत साहित्य के अध्ययन, अनुसंधान, संरक्षण और प्रसार में लगे विश्व भर के संस्कृत विद्वानों का अभिनंदन करता हूं। संस्कृत हमारे संस्कारों की भाषा है, हिंदी सहित अनेक भारतीय भाषाओं की जननी है।”
उन्होंने आगे कहा, “संस्कृत हमें विश्वगुरु भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा से परिचित कराती है। विश्व संस्कृत दिवस के अवसर पर देशवासियों से आग्रह करता हूं कि संस्कृत का संरक्षण करें, संस्कृत सीखें, उसका साहित्य पढ़ें। संस्कृत के विद्वान आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर संस्कृत की सरल अध्ययन सामग्री तैयार करें।”