वाराणसी: जश्न-ए-आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में अध्यात्म के साथ देशभक्ति की बयार बहती रही। चराचर जगत के स्वामी महादेव के गर्भगृह से लेकर स्वर्णशिखर तक देशभक्ति और स्वतंत्रता दिवस का रंग चटख रहा। देशभक्ति के रंग में रंगे शिवभक्त बाबा के पावन ज्योर्तिलिंग की तिरंगामय झांकी देख आह्लादित हो गये।
आजादी के अमृत महोत्सव में काशीपुराधिपति का यह स्वरूप देख श्रद्धालु हर-हर महादेव, भारतमाता की जय का गगनभेदी जयकारा लगाते रहे। दरबार में अलसुबह से अपराह्न तक बाबा के तिरंगामय झांकी का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु उमड़ते रहे। स्वतंत्रता दिवस पर बाबा के आंगन से लेकर पूरे परिसर को तिरंगे के स्वरूप में फूल पत्तियों से सजाया गया है।
इसके पहले शनिवार की देर रात बाबा के शयन आरती के बाद मंगला आरती के समय तक पूरे दरबार को तिरंगे के स्वरूप में फूल पत्तियों से सजाया गया। भोर में मंगला आरती के दौरान ही बाबा की तिरंगामय झांकी सज गई। बाबा के पावन ज्योर्तिलिंग को तिरंगा का स्वरूप देने के लिए सफेद नारंगी फूलों के साथ हरे रंग के लिए पत्तियों का प्रयोग कर विशेष श्रृंगार किया गया।
बताते चलें, स्वतंत्रता दिवस पर बाबा के दरबार को तिरंगामय सजाया जाता है। इस बार आजादी के अमृत महोत्सव में दरबार को खास तौर पर सजाया गया। दरबार में अमृत महोत्सव का उल्लास सुगन्धित पुष्पों से गमकता और दमकता रहा। बाबा का यह स्वरुप सोशल मीडिया में भी छाया रहा। विशेष श्रृंगार झांकी के दर्शन के लिए श्रद्धालु सुबह से कोविड प्रोटोकाल का पालन कर पहुंचते रहे।