अयोध्या :- श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे प्रखर हिंदूवादी नेता, कुशल राजनीतिज्ञ, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद इलाज के दौरान लखनऊ में शनिवार को निधन हो गया। उनको चाहने वाले तमाम लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन से राजनीति की एक अध्याय का अंत हो गया है।
राम नगरी में जन्मभूमि आंदोलन नायक रहे कल्याण सिंह के निधन पर संत महंतों के साथ श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धांजलि दी।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शनिवार को कहा कि बाबू कल्याण सिंह जी का देहावसान यद्यपि भारतीय समाज की अपूरणीय क्षति है। तथापि भावी काल में वे इतिहास पुरुष कहलाये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बाबू जी ने राम नगरी में जन्मभूमि आंदोलन को लेकर कहा था कि निहत्थे भक्तों पर गोली नहीं चलाई जायेगी। छह दिसम्बर को या उसके पूर्व अयोध्या में अधिकारियों ने जो कुछ किया वो मेरे आदेश से किया, इसकी सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी मेरी है। ऐसी घोषणा करने का आत्मिक साहस रखने वाले थे कल्याण सिंह। उनका राजनीतिक जीवन अनुकरणीय है। मैं भावपूर्ण श्रद्धांजलि समर्पित करता हूं। परम पिता परमात्मा उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें यह कामना है।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan