कानपुर: कल्याणपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक प्रोफेसर को देर रात उसके दोस्त ने अस्पताल में भर्ती कराया था। सोमवार को जब प्रोफेसर की हालत में सुधार हुआ तो उन्होंने जो बयान दिया वह चौकाने वाला रहा। उसने अपने बयान में बताया कि पत्नी ने जहर देकर मारने की कोशिश की है और उसकी नजर मेरी संपत्ति पर है। मामले को लेकर पुलिस ने जांच शुरु कर दी है।
गौतम विहार में रहने वाले निखिल अग्निहोत्री कानपुर देहात के रुरा डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं। रविवार देर रात संदिग्ध हालत में उनकी तबीयत खराब हुई और उनके दोस्त घनश्याम मिश्रा ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां गंभीर हालत देखते हुए डाक्टरों ने एलएलआर हॉस्पिटल (हैलट) रेफर कर दिया।प्राथमिक उपचार के बाद सोमवार को निखिल की हालत में सुधार हुआ और जो वाक्या उसने बताया वह चौकाने वाला रहा। उसने पत्नी आरती पर मकान हड़पने की नीयत से जहर दिये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि रविवार को वह मां को अरौल में रहने वाली मौसी के घर पर छोड़ने गया था। देर रात घर लौटा तो पत्नी आरती चाय बनाकर लाई और उसे पीने के लिए दी। चाय पीने के कुछ देर बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी तो मित्र घनश्याम मिश्रा को फोन करके बुला लिया। इसके बाद मैं बेहोश हो गया और अस्पताल तक कैसे आया जानकारी नहीं है। प्रोफेसर ने पत्नी पर लगाये आरोपों की शिकायत कल्याणपुर पुलिस से भी की है।
फतेहपुर में हुई थी शादी
प्रोफेसर ने बताया कि 10 सितंबर 2017 को उनकी शादी फतेहपुर के शकुन नगर सिविल लाइन निवासी आरती से हुई थी। शादी के एक वर्ष बाद सितंबर 2018 को पत्नी आरती ने अपने भाई राधा कृष्ण व मां बिटान देवी के साथ मिलकर उनकी मां रानी से मारपीट की अलमारी में रखे मां के सारे गहने उठा ले गई थी। इसपर उन्होंने पत्नी व ससुरालीजनों पर घरेलू हिंसा और चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद से पत्नी आरती मायके में रहने लगी थी। 20 जुलाई 2021 को कल्याणपुर पुलिस पत्नी आरती को लेकर घर आई थी। इसके बाद से वह उनके घर पर रह रही है।
पत्नी कर रही है परेशान
प्रोफेसर का आरोप है कि कल्याणपुर थाना पुलिस के साथ साठगांठ कर पत्नी काफी दिनों से परेशान कर रही है। पत्नी से मिली हुई थाना पुलिस आए दिन थाना और पुलिस चौकी बुलाती है और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती है। हालांकि पूरे मामले को लेकर थाना प्रभारी का कहना है कि घटना की जानकारी मिली है, तहरीर मिलने पर मामले की जांच करके विधिक कार्रवाई की जाएगी।