कानपुर: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के छात्रों को शोध के लिए फेलोशिप दी जाती है, लेकिन अब यहां के प्रोफसरों को भी फेलोशिप मिलेगी। यह अलग बात है कि यह फेलोशिप मानव संसाधन मंत्रालय की जगह पूर्व छात्रों के जरिये मिलेगी। इसके लिए देश-विदेश में कार्यरत पूर्व छात्रों ने पूर्व प्रो. आरएन विश्वास के नाम पर ढाई करोड़ रुपये के बजट से फैकल्टी चेयर की भी स्थापना कर दी है। इससे गुरु और शिष्यों के जहां एक तरफ रिश्ते प्रगाढ़ होंगे तो वहीं गुरु दक्षिणा के रुप में गुरुओं का सम्मान होगा।
डीन एल्युमिनाई प्रो. जयंत कुमार सिंह ने बताया कि 1975 से बीटेक पास आउट अशोक झुनझुनवाला, 1993 से बीटेक पास आउट अमित अग्रवाल समेत कई एल्युमिनाई ने ढाई करोड़ रुपये का सहयोग देकर फैकल्टी चेयर और यंग फैकल्टी फेलोशिप शुरू कराई है। इससे आईआईटी में गुरु-शिष्य के रिश्तों में गुरु दक्षिणा का नया अध्याय जुड़ गया है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के पूर्व प्रो. आरएन विश्वास के नाम पर उनके पढ़ाए छात्रों ने फैकल्टी चेयर और यंग फैकल्टी फेलोशिप शुरू कराई है। देश और विदेश में रहने वाले पुरातन छात्रों की राशि से हर साल यंग फैकल्टी फेलोशिप और फैकल्टी चेयर का सम्मान दिया जाएगा। संस्थान में शोध क्षेत्र में कई फेलोशिप दी जा रही है, लेकिन शिक्षण में पहली बार दिया जाएगा।