UP News: कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट, जिस पर लंबे समय से समाजवादी पार्टी (सपा) का दबदबा रहा है, अब राजनीतिक दांव-पेंच का केंद्र बन गई है। जेल की सजा काट रहे सपा विधायक इरफान सोलंकी से जुड़े कानूनी पेंच के चलते उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है, जिससे उपचुनाव की नौबत आ गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी उपचुनाव में इस सीट पर कब्जा करने के लिए आतुर है, जबकि सोलंकी की सजा पर रोक लगाने की कोशिशें जारी हैं।
सपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने कानपुर को साफ संदेश दिया है कि इस सीट से कोई नया नेता या उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ेगा। इसके बजाय पार्टी ने तय किया है कि इस सीट से इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी उम्मीदवार होंगी।
सपा जिला अध्यक्ष ने अटकलों पर विराम लगाया
कानपुर की सपा जिला अध्यक्ष गजल महमूद ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। इरफान सोलंकी के जेल जाने के बाद सपा के कई दिग्गज इस सीट पर किस्मत आजमाने के लिए आतुर थे, क्योंकि चुनाव के दौरान यह सीट सपा के कब्जे में रहने वाली थी। हालांकि, जिला अध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि अखिलेश यादव ने खुद नसीम सोलंकी का नाम लिया और सभी को उनकी तैयारी पर ध्यान देने के निर्देश दिए, जिससे अन्य दावेदारों की बोलती बंद हो गई।
कांग्रेस नेताओं की नजर इस सीट पर
कांग्रेस के कई नेता भी इस सीट पर किस्मत आजमाने के लिए आतुर हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान बने गठबंधन ने जीत की उम्मीद जगाई है, जिससे कुछ नेता उपचुनाव में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इससे पार्टी को भारी नुकसान और अंदरूनी कलह का सामना करना पड़ सकता है।