Noida News: सूरत क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को नोएडा से फरार आरोपी तामराज उर्फ ताम्रध्वज उर्फ गोलू को गिरफ्तार कर लिया। तामराज पर आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ गवाही देने वाले गवाहों पर जानलेवा हमले करने का आरोप था। नोएडा पुलिस ने रिमांड पर लेने की जानकारी से इनकार किया और छह राज्यों की किसी भी पुलिस द्वारा इस मामले में संपर्क करने से मना कर दिया।
छत्तीसगढ़ का रहने वाला तामराज
सूत्रों के मुताबिक, तामराज छत्तीसगढ़ के राजनाथगांव जिले के डोंगरियांव थाना क्षेत्र के बड़भूम गांव का निवासी है। वह आसाराम और नारायण साईं का कट्टर अनुयायी था और नौ मामलों में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस को वांछित था। हरियाणा पुलिस ने उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित कर रखा था, और पानीपत सदर थाने में उसके खिलाफ 2015 से मुकदमा दर्ज है।
पहचान बदलकर रह रहा था
गिरफ्तारी से बचने के लिए तामराज ने धर्म परिवर्तन कर लिया था। वह नोएडा में ईसाई बनकर “स्टीफन” नाम से रह रहा था। सूरत पुलिस ने आखिरकार उसे ट्रैक कर गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह का करता था नेतृत्व
एनडीटीवी के अनुसार, तामराज के खिलाफ एसिड अटैक, हत्या के प्रयास और हत्या जैसे कई गंभीर आपराधिक आरोप थे। सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत के अनुसार, छत्तीसगढ़ निवासी तमराज साहू एक गिरोह का नेतृत्व कर रहा था, जिसने आसाराम बापू मामले के मुख्य गवाहों पर हमले किए। यह गैंग एसिड अटैक, चाकू घोंपने और गोलीबारी जैसी वारदातों में माहिर था। साहू पहले पीड़ित के घर के पास किराए पर मकान लेता, उनकी गतिविधियों पर नजर रखता और फिर सही समय पर हमला कर भाग जाता।
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लंबे समय से था फरार
आसाराम की गिरफ्तारी के बाद से ही तामराज भूमिगत हो गया था। वह लगातार पहचान बदलकर अलग-अलग राज्यों में घूमता रहा। पुलिस ने उसे पकड़ने में मदद करने वाले को ₹50,000 का इनाम देने की घोषणा कर रखी थी।