Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा स्थित वेनिस मॉल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही बड़ी कार्रवाई ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। गुरुवार सुबह करीब 7 बजे से शुरू हुई यह छापेमारी अब तक 10 घंटे से ज्यादा का समय बीतने के बावजूद जारी है। सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीम ने चार इनोवा गाड़ियों में मॉल पर पहुंचकर ऑफिस के अंदर दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की।
यह कार्रवाई मुख्य रूप से 40 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि के हेरफेर और निवेशकों से धोखाधड़ी के मामलों से जुड़ी हुई है। खबरों के मुताबिक, ईडी की जांच भसीन ग्रुप की कंपनी भसीन इन्फोटेक एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित है। कंपनी पर आरोप है कि उसने निवेशकों से फेस्टिवल सिटी और अन्य प्रोजेक्ट्स में घर और कमर्शियल यूनिट देने का वादा किया था, लेकिन उनकी पूंजी को अन्यत्र निवेश कर दिया गया। अब तक इस मामले में 40 से अधिक एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
भसीन ग्रुप और डीएस ग्रुप के बीच विवाद
सूत्रों के अनुसार, यह मामला और भी जटिल तब हो गया जब भसीन ग्रुप और डीएस ग्रुप के बीच एक साझेदारी हुई। आरोप है कि इस करार के बाद भसीन ग्रुप ने डीएस ग्रुप को अनुबंध से बाहर कर दिया और नियमों का उल्लंघन किया। इस करार के अंतर्गत करोड़ों रुपये के लेन-देन की बात सामने आई है, जिसे लेकर ईडी अब जांच कर रही है।
ईडी की छापेमारी देशभर में जारी
ईडी ने केवल ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के वेनिस मॉल पर ही नहीं, बल्कि मुंबई, गोवा और देश के अन्य हिस्सों में भी एक साथ छापेमारी की है। इस मामले में भसीन ग्रुप के प्रमुख सत्येंद्र उर्फ मोंटू भसीन और कई अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की गिरफ्तारी भी संभावित मानी जा रही है।
कुछ समय पहले, मोंटू भसीन को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें हाईकोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिया गया था। अब, एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में है और इस छापेमारी के दौरान कई नए खुलासे हो सकते हैं।
पूंजी की सुरक्षा को लेकर चिंतित
इस पूरे घटनाक्रम से ग्रेटर नोएडा के रियल एस्टेट सेक्टर में हलचल मच गई है। कई निवेशक अब अपनी पूंजी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि यह मामला उन प्रोजेक्ट्स से जुड़ा हुआ है जिनमें लाखों रुपये का निवेश किया गया है।