UP News: उत्तर प्रदेश में आगामी त्योहारों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। सीएम ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी जाति, संप्रदाय या धर्म से जुड़े देवी-देवताओं, महापुरुषों या संतों के खिलाफ कोई भी अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विरोध के नाम पर अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी समुदायों के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर नागरिक को महापुरुषों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए, लेकिन ऐसा करने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जा सकता। इसे किसी पर थोपा नहीं जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि जो कोई भी आस्था को कमजोर करने की कोशिश करेगा, उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा और सख्त सजा दी जाएगी। सीएम आदित्यनाथ ने दोहराया कि विरोध के नाम पर अराजकता स्वीकार्य नहीं है और ऐसा करने की हिम्मत करने वाले को परिणाम भुगतने होंगे। कानून के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पीआरवी 112 की गश्त बढ़ाएं-सीएम
उन्होंने निर्देश दिए कि महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जानी चाहिए और इसके लिए सभी विभाग मिलकर काम करें। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त बढ़ाने और पीआरवी 112 की गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को यह भी निर्देश दिए कि शारदीय नवरात्रि और विजयादशमी का त्यौहार हर्षोल्लास, शांति और सौहार्द के साथ मनाया जाए। यह हर जिले और हर थाने को सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया और कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटने पर जोर दिया। महिलाओं की सुरक्षा के महत्व को दोहराते हुए उन्होंने जोर दिया कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त और पीआरवी 112 की गश्त बढ़ाई जानी चाहिए और महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को सहयोग करना चाहिए।