Rahul Gandhi : पुलवामा हमले के बाद घाटी में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कानपुर के कारोबारी शुभम द्विवेदी के परिजनों से बुधवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मुलाकात की। इस दौरान परिवार के साथ बेहद भावुक माहौल देखने को मिला।
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने राहुल गांधी से कहा अगर आपकी दादी इंदिरा गांधी जिंदा होतीं, तो यह नहीं होता। उनका यह बयान आतंकियों पर सख्त कार्रवाई की मांग के संदर्भ में था। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब छोटी-मोटी कार्रवाई से काम नहीं चलेगा, सरकार को निर्णायक कदम उठाने होंगे।
राहुल गांधी ने शुभम की तस्वीर पर किया पुष्प अर्पित
राहुल गांधी ने शुभम की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनकी पत्नी ऐशन्या को गले लगाकर ढांढस बंधाया। राहुल ने कहा किअगर कांग्रेस सत्ता में होती, तो अब तक कड़ी कार्रवाई हो चुकी होती। उन्होंने यह भी वादा किया कि वे प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर शुभम को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग करेंगे।
इस दौरान राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को फोन कर शुभम की पत्नी ऐशन्या से बात कराई। प्रियंका ने कहा हम आपके दर्द को समझ सकते हैं, हमने अपने पिता को खोया है। इस पर परिवार ने भी कहा कि आप लोग हमारे दर्द को सबसे बेहतर समझ सकते हैं, क्योंकि आपके पिता और दादी ने देश के लिए बलिदान दिया है। शुभम की पत्नी ऐशन्या ने हमले का दर्दनाक ब्यौरा देते हुए बताया कि कैसे आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा मैंने उनसे कहा कि मुझे भी मार दो, लेकिन उन्होंने कहा कि तुम्हें छोड़ रहे हैं ताकि तुम सरकार को बता सको कि हमने क्या किया।
राहुल गांधी ने शहीद का दर्जा दिलाने का किया वादा
परिवार ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से शुभम को शहीद का दर्जा देने की मांग की, जिस पर राहुल ने आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को संसद के विशेष सत्र में उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह पहले ही इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं। शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने अंत में कहा अब वक्त आ गया है कि आतंकवाद का समूल नाश किया जाए। मोदी जी को अब निर्णय लेना होगा।
राहुल गांधी ने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस और पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है और न्याय की आवाज उठाता रहेगा।
ये भी पढ़ें : Delhi News : पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आज व्यापारियों का ‘दिल्ली बंद’, 100 से अधिक बाजारों में रहेगा सन्नाटा
ये भी देखें : Bihar Politics : बिहार की राजनीतिक हलचल का क्या है मामला, खरगे-तेजश्वी ने मिलाया हाथ | Niwan Time