Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा और निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने कुल नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए, जिनमें चार पाकिस्तान के भीतर और पांच पीओके में स्थित थे।
बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट भी निशाने पर
रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में जिन स्थानों को निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट जैसे रणनीतिक रूप से अहम शहर शामिल हैं। इन इलाकों को लंबे समय से आतंकवादी संगठनों का गढ़ माना जाता रहा है। बहावलपुर, विशेष रूप से जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय माना जाता है, जबकि मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है।
सटीक और संयुक्त हमला
ऑपरेशन की खास बात यह रही कि इसे भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया। यह एक त्रि-सेनात्मक अभियान था, जिसे बेहद गोपनीयता और रणनीतिक सूझबूझ के साथ अंजाम दिया गया। हमले के लिए विशेष सटीक हथियारों (Precision-guided munitions) का इस्तेमाल किया गया, जिससे लक्ष्य को बिना किसी नागरिक हानि के पूरी तरह तबाह किया जा सका।
आतंकियों की कमर तोड़ने की रणनीति
भारतीय खुफिया एजेंसियों और सैन्य सूत्रों की रिपोर्ट के मुताबिक, इन ठिकानों पर बड़ी संख्या में प्रशिक्षु आतंकी मौजूद थे जो भारत में घुसपैठ की योजना बना रहे थे। हमले के बाद कई आतंकी शिविर पूरी तरह नष्ट हो गए और आतंकियों की भारी संख्या में हताहत होने की खबर है। यह कार्रवाई भारत की आतंक के खिलाफ Zero Tolerance नीति को एक बार फिर दुनिया के सामने स्पष्ट करती है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का संदेश
भारत सरकार (Operation Sindoor) और सेना का यह संयुक्त ऑपरेशन केवल एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भारत की प्रतिबद्धता और दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है। यह स्पष्ट संदेश है कि यदि भारत के नागरिकों पर हमला होता है, तो उसका जवाब सटीक, तेज और निर्णायक होगा।
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