Noida: उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर, जल्द ही अपने नए रेलवे स्टेशन से जुड़ने जा रहा है। अब यात्रियों को लंबी दूरी की ट्रेनों को पकड़ने के लिए गाजियाबाद या नई दिल्ली नहीं भागना पड़ेगा। बोड़ाकी में विकसित हो रहे मल्टी ट्रांसपोर्ट हब में पूर्व दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनों का ठहराव मिलेगा।
रेलवे ने दी मंजूरी, अब नहीं होगी स्टेशनों पर भीड़
रेलवे ने इस योजना को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत पुरानी दिल्ली, नई दिल्ली, आनंद विहार और गाजियाबाद रेलवे स्टेशनों पर भीड़ कम होगी। गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और गाजियाबाद के यात्रियों को इस हब से सीधा लाभ मिलेगा।
यहां पर बस अड्डा, मेट्रो कनेक्टिविटी और जेवर एयरपोर्ट से जुड़ाव होगा, जिससे यात्रियों की सुविधा और भी बढ़ेगी। इसके अलावा, नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट का विस्तार भी इस योजना के तहत किया जाएगा और लोकल बस सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।
क्या है मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब?
बोड़ाकी के पास 478 हेक्टेयर जमीन पर बनने वाला यह हब एक प्रमुख परिवहन केंद्र होगा, जिसमें रेलवे टर्मिनल, अंतरराज्यीय बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी शामिल होगी। इस परियोजना के लिए आठ गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है।
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कनेक्टिविटी सुधारने के लिए दो प्रमुख मार्गों पर काम जारी
पहला मार्ग:
- लॉजिस्टिक हब से जीटी रोड को जोड़ा जाएगा।
- जीटी रोड पर 2.5 किलोमीटर के रास्ते को चौड़ा कर दो लेन की सड़क को छह लेन किया जाएगा।
- शिव नाडर यूनिवर्सिटी के पास एक अंडरपास बनाया जाएगा, जिससे लॉजिस्टिक हब के वाहन बील अकबरपुर इंटरचेंज से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकेंगे।
- दनकौर के पास एक इंटरचेंज भी बनाया जाएगा, जहां से नोएडा एयरपोर्ट तक सीधी पहुंच होगी।
दूसरा मार्ग:
- ट्रांसपोर्ट हब को 130 मीटर चौड़ी सड़क के जरिए सिरसा इंटरचेंज से जोड़ा जाएगा।
- यहां से वाहन ईस्टर्न पेरिफेरल और यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
यात्रियों को मिलेगा बड़ा लाभ
इस नए रेलवे स्टेशन और ट्रांसपोर्ट हब के बनने से नोएडा और आसपास के जिलों के यात्रियों को सीधी और सुगम यात्रा का लाभ मिलेगा। साथ ही, ट्रेनों की आवाजाही आसान होगी और दिल्ली-एनसीआर के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ भी कम होगी।