MCD Budget 2024-25: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने गुरुवार, 13 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 17,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। विशेष बजट बैठक में एमसीडी आयुक्त अश्वनी कुमार ने इसे प्रस्तुत किया। बजट में स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और हरित क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।
स्वच्छता के लिए 4,907.11 करोड़ रुपये आवंटित
बजट में स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए 4,907.11 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। दिल्ली में प्रतिदिन 6000 टन निर्माण कचरा उत्पन्न होता है, जिसके निस्तारण के लिए 5000 टन क्षमता के संयंत्र बक्करवाला, रानीखेड़ा, शास्त्री पार्क और बुराड़ी में स्थापित किए गए हैं। एक और संयंत्र तेहखंड में लगाया जा रहा है। इसके अलावा, 200 मीट्रिक टन गोबर और वनस्पति कचरे के निस्तारण के लिए बायो मिथेनाइजेशन संयंत्रों की स्थापना का कार्य चल रहा है, जिसे मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
लैंडफिल साइटों पर काम तेज़
ओखला, गाजीपुर और भलस्वा लैंडफिल साइट्स पर 80 लाख टन लिगेसी वेस्ट के लिए तीन ठेके दिए गए हैं। दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने निगम को 47.348 एकड़ भूमि दी है, जिसमें से 32.346 एकड़ भूमि पर इंजीनियरिंग लैंडफिल साइट की स्थापना की जा चुकी है।
वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट से बिजली उत्पादन
दिल्ली नगर निगम ने ओखला, नरेला-बवाना, तेहखंड और गाजीपुर में चार वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट स्थापित किए हैं, जहां प्रतिदिन 6,550 टन कचरा संसाधित कर बिजली बनाई जाती है।
इसके अलावा, नरेला-बवाना में 3,600 टन प्रतिदिन (TPD) क्षमता वाले नए वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के निर्माण की योजना है, जो दिसंबर 2027 और 2028 तक चालू होने की उम्मीद है।
नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की भर्ती और ईवी चार्जिंग स्टेशन
मई 2023 तक निगम ने 4,553 सफाई कर्मचारियों को नियमित किया।
308 ईवी चार्जिंग स्टेशन शुरू किए गए हैं, और 262 नए चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना है।
105 अवैध कचरा स्थलों को हटाकर स्वच्छ स्थल में बदला गया है।
ग्रीन वेस्ट मैनेजमेंट पर जोर
एमसीडी ने 51 ग्रीन वेस्ट मैनेजमेंट सेंटर स्थापित किए हैं, जहां प्रतिदिन 60 क्विंटल हरित कचरा निष्पादित किया जाता है।
143 वर्मी कम्पोस्ट बेड बनाए गए हैं, जिससे केंचुआ खाद तैयार की जा रही है।
सफाई के लिए नई मशीनें
4 सुपर सकर यूनिट और 14 ट्रक माउंटेड मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदी गई हैं।
12 क्षेत्रों में 6 सीएनजी ईंधन से संचालित ट्री प्रूनर मशीनें लगाई गई हैं।
ट्री एंबुलेंस सेवा शुरू की गई, जिसके तहत अब तक 222 खोखले/रोगग्रस्त पेड़ों की ट्री सर्जरी की गई है।
शिक्षा के लिए 1,693.73 करोड़ रुपये आवंटित
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दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग के अंतर्गत
1,531 प्राथमिक विद्यालय,
43 अनुदान सहायता प्राप्त विद्यालय, और
809 मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित हो रहे हैं।
इनमें कुल 7.12 लाख बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।
राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी, लेकिन अभी भी लक्ष्य से पीछे
वित्तीय वर्ष 2024-25 में संपत्ति कर का लक्ष्य 4,300 करोड़ रुपये रखा गया था, लेकिन जनवरी 2025 तक केवल 1,908.06 करोड़ रुपये का ही संग्रह हुआ। हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में यह 11.30% अधिक है।
संपत्ति हस्तांतरण शुल्क से निगम को दिसंबर 2024 तक 2,653 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जो पिछले वित्तीय वर्ष से 548 करोड़ रुपये अधिक (20.65% बढ़ोतरी) है।
आईटी सिस्टम को मजबूत किया जाएगा
दिल्ली में 13 नाकों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस सिस्टम के माध्यम से रोड टैक्स वसूला जा रहा है। अन्य 111 स्थानों पर हैंड-हेल्ड डिवाइस का उपयोग किया जा रहा है। आईटी सिस्टम को और मजबूत करने की योजना है ताकि टैक्स वसूली के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या न हो।
विज्ञापन से आय में वृद्धि
वित्तीय वर्ष 2024-25 में विज्ञापन विभाग ने 350 करोड़ रुपये की राजस्व आय का लक्ष्य रखा है। जनवरी 2025 तक निगम ने 288.37 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 51.66 करोड़ रुपये अधिक है।
मोबाइल टावर और पार्किंग व्यवस्था
एमसीडी ने अपनी संपत्ति पर 255 मोबाइल टावर लगाने की अनुमति दी है।
पार्किंग से प्राप्त राजस्व में वृद्धि हुई है:
2022-23 में 128.92 करोड़ रुपये
2023-24 में 179.29 करोड़ रुपये
2024-25 में (28 जनवरी तक) 145.35 करोड़ रुपये
55 पार्किंग स्थलों पर फास्टैग आधारित पार्किंग सुविधा शुरू की गई है, और अन्य स्थानों पर इसे लागू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।