J&K: जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आयोजित सैनिक भर्ती रैली में बड़ी संख्या में कश्मीरी युवाओं ने हिस्सा लिया। भर्ती अभियान के पहले ही दिन से सैकड़ों युवा भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए लंबी कतारों में खड़े दिखाई दिए। युवाओं का यह उत्साह इस ओर संकेत कर रहा है कि कश्मीर के नौजवानों की सोच में सकारात्मक बदलाव आया है। सोमवार से शुरू हुए इस भर्ती अभियान में अधिकतर युवा उत्तरी कश्मीर के विभिन्न जिलों, खासकर सीमा रेखा के निकटवर्ती गांवों से आए हैं।
सेना में शामिल होने का सपना लेकर पहुंचे युवा
भर्ती में आए युवाओं का जोश और उत्साह इस बात को दर्शा रहा है कि वे सेना का हिस्सा बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। बढ़ती बेरोजगारी और देश की सेवा करने की इच्छा ने इन युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया है। कई युवाओं ने कहा कि वे बचपन से ही सेना में शामिल होने का सपना देख रहे थे और इस अवसर को वे किसी भी सूरत में खोना नहीं चाहते।
एक उम्मीदवार ने कहा, “बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। सेना में शामिल होकर न केवल रोज़गार प्राप्त होगा बल्कि देश की रक्षा करने का गर्व भी मिलेगा।”
इन पदों के लिए हो रही है भर्ती
सप्ताहभर चलने वाले इस भर्ती अभियान में जनरल ड्यूटी, क्लर्क, शेफ, कारीगर (वुडवर्कर) और उपकरण मरम्मतकर्ता जैसे विभिन्न पदों पर सैनिकों की भर्ती की जा रही है। इस रैली में बारामूला, कुपवाड़ा, गंदेरबल, बडगाम और बांदीपुरा जिलों के योग्य उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग सावधानीपूर्वक की जा रही है। बारामूला के उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग 11-12 नवंबर को, गंदेरबल और बडगाम के उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग 13 नवंबर को, जबकि कुपवाड़ा और बांदीपुरा के उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग 14 नवंबर को की जाएगी। मेडिकल जांच 16-17 नवंबर को आयोजित होगी।
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सेना के प्रयास से आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता
जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। विभिन्न सर्च अभियान चलाकर आतंकियों को समाप्त किया जा रहा है। स्थानीय युवाओं को सेना में शामिल कर, उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। सेना में स्थानीय युवाओं की भागीदारी से आतंकवाद को पनाह देने वालों की संख्या में भी कमी आएगी।