Greater Noida: यमुना प्राधिकरण ने सिकंदराबाद तहसील के झाझर क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाया है। ओएसडी शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में किए गए विशेष अभियान ने क्षेत्र के भू-माफियाओं की नींद उड़ा दी है। इस अभियान के तहत, प्राधिकरण ने बुलडोजर की ताकत से अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर दिया है, जिससे लगभग 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को अवैध कब्जे से मुक्त किया गया है।
प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद कार्रवाई जारी
इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय निवासियों द्वारा भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, लेकिन पुलिस प्रशासन की तैनात टीम ने स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित किया। पुलिस ने विरोध प्रदर्शनों को नकारते हुए कार्रवाई को जारी रखा। क्षेत्र में गहमागहमी के बावजूद, प्राधिकरण की टीम ने अपने मिशन को पूरा किया और अवैध कॉलोनियों को भूमि के पुनः अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की।
एफआईआर और गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस अभियान के बाद प्राधिकरण अब उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगा जिन्होंने इन अवैध कॉलोनियों का निर्माण और संचालन किया था। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गुंडा एक्ट के तहत भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह विशेष ध्यान दिया जाएगा कि अवैध कॉलोनियों के निर्माण और संचालन में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जाए।
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नियामक प्रावधानों का उल्लंघन नहीं बख्शा जाएगा
डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि यमुना प्राधिकरण की ओर से की गई यह कार्रवाई नियामक प्रावधानों और योजनाओं के उल्लंघन के खिलाफ है। प्राधिकरण ने अपने अधिसूचित क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के निर्माण के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और यह सुनिश्चित किया है कि भविष्य में इस तरह की गतिविधियाँ न हों।