Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में उद्योगों और आगामी परियोजनाओं की स्थापना के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने भूमि बैंक का विस्तार कर रहा है। पहले चरण में क्षेत्र के 10 गांवों में कैंप लगाकर किसानों से आपसी सहमति से जमीन खरीदी जाएगी। इसकी शुरुआत आज यानी सोमवार को खेड़ी गांव से हो रही है। प्रत्येक गांव के लिए कैंप का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। प्राधिकरण की योजना अधिसूचित क्षेत्र के 21 गांवों में 460 हेक्टेयर जमीन खरीदने की है।
जमीन अधिग्रहण पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे
बता दें कि जमीन अधिग्रहण पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में औद्योगिक निवेश के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर काम शुरू होने के बाद से यह रुचि और बढ़ गई है। साथ ही कई वर्षों से कोई नया आवासीय सेक्टर स्थापित नहीं हुआ है, जबकि शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है।
ऐसे में सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने समेत शहर के विस्तार की जरूरत है। निवेश करने की इच्छुक कंपनियों के लिए उपलब्ध जमीन की कमी है। गौरतलब है कि शासन स्तर पर पिछली बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था। अधिसूचित क्षेत्र के 21 गांवों में बची हुई जमीन खरीदकर औद्योगिक, आवासीय और अन्य गतिविधियों को गति दी जा सकेगी। इन गांवों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए सड़कें भी बनाई जाएंगी।
मौजूदा बाजार दरों पर मुआवजा मांग रहे किसान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा आपसी समझौते के जरिए भूमि अधिग्रहण के लिए चिह्नित 21 गांवों के किसान मौजूदा बाजार दरों के आधार पर मुआवजा मांग रहे हैं। वे नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत अतिरिक्त लाभ की भी मांग कर रहे हैं। किसानों का दावा है कि प्राधिकरण 4,125 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से जमीन खरीद रहा है, जबकि बाजार दर 15,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर से कम नहीं है। खेड़ी और खोदना कलां समेत कई गांवों के किसानों ने पंचायतों में घोषणा की है कि वे अपनी जमीन नहीं बेचेंगे। देखना यह है कि प्राधिकरण आपसी समझौते के जरिए जमीन अधिग्रहण करने में कितना सफल होता है।
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आपसी समझौते से जमीन खरीदेगी प्राधिकरण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया, “उद्योगों और अन्य परियोजनाओं की स्थापना के लिए भूमि बैंक तैयार किया जा रहा है। इसके लिए आपसी समझौते के जरिए अधिसूचित क्षेत्र में किसानों से जमीन खरीदने के लिए 10 गांवों में कैंप लगाए जाएंगे। यह पहल एक जुलाई को खेड़ी गांव से शुरू हो रही है। पहले चरण के सभी 10 गांवों में क्रमवार कैंप लगाए जाएंगे।”
गांवों में शिविरों का कार्यक्रम
खेड़ी: 01/07/2024
सुनपुरा: 02/07/2024
खोदना कलां: 03/07/2024
वैदपुरा: 04/07/2024
भोला रावल: 04/07/2024
अछेजा: 05/07/2024
लाडपुरा: 06/07/2024
जौन समाना: 06/07/2024
तिलपता कर्णवास: 08/07/2024
भनोता: 09/07/2024