Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के मोमोज प्रेमियों के लिए एक गंभीर चेतावनी सामने आई है। खाद्य सुरक्षा विभाग की विस्तृत जांच में कई मोमोज केंद्रों की चटनी को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पाया गया है। विभाग ने इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए कई दुकानों से चटनी के नमूने लिए और जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
फूड प्वाइजनिंग से कई लोग बीमार
हाल ही में एक ही परिवार के दो बच्चों समेत छह लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह घटना 27 सितंबर को हुई जब एल्डिको ग्रीन सोसायटी के दीपक मोमोज सेंटर से स्टीम मोमोज खाने के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने फूड प्वाइजनिंग को इसकी वजह बताया।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तुगलपुर और एल्डिको ग्रीन मीडोज के मोमोज केंद्रों से चटनी के नमूने लिए। जांच में इन नमूनों को पूरी तरह अयोग्य पाया गया।
इन दुकानों पर हुई कार्रवाई
सहायक खाद्य आयुक्त द्वितीय सर्वेश मिश्रा ने बताया कि नॉलेज पार्क स्थित राजेश मोमोज सेंटर और गोविंद मोमोज सेंटर की चटनी भी खाने योग्य नहीं पाई गई। विभाग ने इन दुकानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
खाद्य सुरक्षा विभाग का कड़ा रुख
यह घटना केवल एक स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि गौतमबुद्ध नगर में मिलावटी और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक खाद्य पदार्थों के बढ़ते खतरे का संकेत है। विभाग ने ऐसे दुकानदारों पर नजर रखने और मिलावटी खाना बेचने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
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नागरिकों से अपील
खाद्य सुरक्षा विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनियमितता या स्वास्थ्य संबंधी समस्या की सूचना तुरंत विभाग को दें। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि आगे भी ऐसी दुकानों पर निगरानी रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।