Ghaziabad News: इंदिरापुरम के न्याय खंड, ज्ञान खंड और शक्ति खंड में पिछले चार-पांच दिनों से पेयजल आपूर्ति न होने से लोग परेशान हैं। पानी की किल्लत से परेशान गुस्साई महिलाओं ने बुधवार को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। न्याय खंड-2 की सैकड़ों महिलाओं ने काला पत्थर पर प्रदर्शन कर जीडीए के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शुक्र चौक पर सड़क जाम कर दिया।
जीडीए चोर है के लगाए नारे
प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे जीडीए अधिकारियों को महिलाओं ने घेर लिया और हर गली में शोर है, जीडीए चोर है का नारा लगाकर उनका निकलना मुश्किल कर दिया। शुक्र चौक पर जाम की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और महिलाओं को काफी मशक्कत के बाद शांत कराया। इसके बाद महिलाओं ने जलापूर्ति बहाल करने की मांग को लेकर जीडीए नर्सरी कार्यालय पर प्रदर्शन जारी रखा।
50 हजार लोग पानी के लिए परेशान
जीडीए से मिली जानकारी के अनुसार ज्ञान खंड-3 में शिप्रा रिवेरा सोसायटी के पास पेयजल पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है और यूजीआर (भूमिगत जलाशय) में बिजली के उपकरण खराब हो गए हैं, जिससे इंदिरापुरम के 50 हजार लोग पिछले पांच दिनों से पानी के बिना जी रहे हैं। लोगों को बाजार से बोतलबंद पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। न्याय खंड-2 निवासी सरोज ने बताया कि चार-पांच दिन हो गए हैं, जब से जीडीए घरों में पानी की आपूर्ति नहीं कर पाया है। इससे घर के दैनिक काम-काज मुश्किल हो गए हैं। पीने का पानी खरीदना पड़ रहा है। पानी की आपूर्ति न होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
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जीडीए से शिकायत करने पर मिलता है सिर्फ आश्वासन
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि नहाने-धोने के लिए भी उन्हें बाजार से बोतलबंद पानी खरीदना पड़ रहा है। उन्हें 20 लीटर पानी के लिए 40 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। रोजाना नहाने, कपड़े धोने और दूसरे घरेलू कामों के लिए आठ से दस बोतल पीने का पानी इस्तेमाल होता है, जो काफी महंगा पड़ता है। रोजाना पानी पर 400 से 500 रुपये खर्च होते हैं। जब पानी की सप्लाई बहाल होती है, तो लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंचता है। उन्होंने कहा कि जीडीए से शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है।