Ghaziabad: गाजियाबाद पुलिस ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक खुद को रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी और गृह मंत्रालय में सलाहकार बताकर अधिकारियों को धमकाने और उन पर अनैतिक दबाव डालने का काम करता था। आरोप है कि यह व्यक्ति अधिकारियों से मामलों को रफा-दफा कराने या लाइसेंस जारी कराने के लिए दबाव बनाता था। इतना ही नहीं, गाजियाबाद पुलिस को भी उसने धमकाने का प्रयास किया।
पुलिस कमिश्नर और डीसीपी के पीआरओ को धमकाया
गाजियाबाद एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने जानकारी दी कि पकड़े गए आरोपी का नाम अनिल कटियाल (68 वर्ष) है, जिसे दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया। उसके साथी विनोद कपूर को गुरुग्राम के डीएलएफ इलाके से पकड़ा गया। विनोद कपूर के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में धोखाधड़ी का एक मामला पहले से दर्ज था। अनिल कटियाल ने इसी मामले में गाजियाबाद पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास किया था।
“जिंदगी भर जेल में चक्की पिसवाऊंगा” की धमकी
एडीसीपी ने बताया कि अनिल कटियाल ने 14 नवंबर को डीसीपी (ट्रांस हिंडन) के पीआरओ एसआई नीरज राठौर और पुलिस कमिश्नर कार्यालय में तैनात एसआई केके शर्मा को कॉल करके धमकी दी थी। उसने कहा, “मेरी बात नहीं मानी तो जिंदगी भर जेल में चक्की पिसवाऊंगा और आजीवन कारावास की सजा करवा दूंगा।” इसके अलावा, इंदिरापुरम मामले के विवेचक को भी इसी तरह धमकी दी गई थी।
साहिबाबाद थाने में दर्ज हुआ मुकदमा
एसआई नीरज राठौर की शिकायत पर साहिबाबाद थाने में अनिल कटियाल और विनोद कपूर के खिलाफ गलत पहचान बताकर अधिकारियों पर दबाव बनाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, और धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया।
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दिल्ली और गुरुग्राम में भी सक्रिय थे दोनों
पुलिस जांच में सामने आया कि अनिल कटियाल और विनोद कपूर ने दिल्ली और गुरुग्राम में भी इसी प्रकार अधिकारियों पर दबाव बनाकर आर्थिक लाभ कमाने का प्रयास किया। अनिल कटियाल खुद को 1979 बैच का रिटायर्ड आईपीएस (मणिपुर कैडर) और गृह मंत्रालय में सलाहकार बताता था। गाजियाबाद के अधिकारियों से मुलाकात के दौरान भी उसने यही परिचय दिया था।