Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में डिप्थीरिया (गलघोंटू) बीमारी ने खतरनाक रूप ले लिया है। जिले के तामिया ब्लॉक के दलेलढाना गांव से एक ही परिवार के चार बच्चों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जिनमें से 6 वर्षीय मासूम की मौत हो चुकी है, जबकि बाकी तीन बच्चे जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रहे हैं।
घटना के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तक में हड़कंप मच गया है। डॉक्टरों की विशेष टीम बच्चों का इलाज कर रही है और WHO ने सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे हैं।
एक परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
गांव के निवासी दुखलाल काकोड़िया के छह बच्चों में से चार बच्चे पिछले कुछ दिनों से तेज बुखार, गले में सूजन और दर्द से पीड़ित थे। परिजन पहले उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन हालत बिगड़ने पर बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
जैसे ही बच्चे अस्पताल पहुंचे, 6 साल के राजकुमार को मृत अवस्था में लाया गया। अन्य तीन बच्चों – सपना (14), समित (8) और अंकित (10) को PIcu वार्ड में भर्ती किया गया है।
बिना टीकाकरण के थे बच्चे
परिजनों ने बताया कि बच्चों को कभी कोई टीका नहीं लगाया गया था, जिससे यह बीमारी जानलेवा साबित हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि डिप्थीरिया से बचाव का सबसे असरदार तरीका समय पर टीकाकरण है। नियमित टीका न लगवाना इस परिवार के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय
जैसे ही एक ही परिवार के चार बच्चों के बीमार होने और एक की मौत की खबर फैली, स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। आएमओ डॉ. हर्षवर्धन कोड़ापे ने जानकारी दी कि गांव में विशेष स्वास्थ्य टीम रवाना कर दी गई है। यह टीम न सिर्फ पीड़ित परिवार के अन्य सदस्यों की जांच करेगी, बल्कि पूरे गांव में स्क्रीनिंग अभियान चलाया जाएगा। लक्षण पाए जाने पर अन्य बच्चों को भी अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।
WHO की टीम ने लिए सैंपल
मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम भी गांव पहुंची और बच्चों के गले के सैंपल लिए। इन सैंपलों को जांच के लिए भोपाल भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि संक्रमण कितना गंभीर है और किस स्तर का है।
क्या है डिप्थीरिया?
डिप्थीरिया एक जीवाणु जनित गंभीर संक्रमण है, जो गले और श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह बीमारी कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया नामक बैक्टीरिया से होती है और संक्रमित व्यक्ति की छींक, खांसी या निकट संपर्क से फैलती है।
इस बीमारी के लक्षणों में शामिल हैं:
- गले में तेज दर्द और सूजन
- तेज बुखार
- सांस लेने और निगलने में कठिनाई
- थकान
- गर्दन की ग्रंथियों में सूजन
- गंभीर मामलों में दिल, किडनी और तंत्रिका तंत्र पर असर
डॉक्टरों की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर एंटीबायोटिक और एंटीटॉक्सिन देने से डिप्थीरिया को काबू में किया जा सकता है। लेकिन अगर इलाज में देरी हो जाए, तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है।
ये भी पढें : Delhi Weather Update: दिल्ली-NCR में आज फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, बारिश और आंधी का येलो अलर्ट जारी, उमस से हाल-बेहाल
ये भी देखें : Bihar Politics: कैसा है BJP का वॉर रूम? बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज!