नई दिल्ली। बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाकर हमले और ज्यादा तेज होते जा रहे हैं। कुछ ही घंटों पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक विदेशी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में दावा किया था कि रोहिंग्या शरणार्थी उनके काबू से बाहर हो रहे हैं। अब उपद्रवियों ने सीधे-सीधे हिंदुओं के घरों को ही टार्गेट करना शुरु कर दिया है। रविवार को हिंदुओं के घरों पर हमला करके 65 घरों को आग के हवाले कर दिया गया।
रविवार की रात रंगपुर के पीरगंज में 65 से ज्यादा हिंदुओं के घरों में आग लगा दी गई। स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक, कम से कम 65 हिंदुओं के घर पर हमला किया गया और उन्हें आग के हवाले कर दिया गया है। इसमें 20 घर पूरी तरह जल चुके हैं। इसके पीछे की वजह सिर्फ एक सोशल मीडिया की पोस्ट बताई जा रही है। इस पोस्ट से स्थानीय लोग गुस्सा हो गए और उस व्यक्ति के घर में हमला करने गए लोगों ने पूरे इलाके को ही आग के हवाले कर दिया।
ढाका ट्रिब्यून के अध्यक्ष मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने बताया कि उपद्रवी जमात-ए-इस्लामी और छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिविर की स्थानीय इकाई के छात्र थे। कई दिनों से बांग्लादेश में हिंदु मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडाल में आगजनी की वारदात लगातार सामने आ रही थी। ऐसे में सरकार का बचाव करते हुए गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जानबूझ कर देश का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इन हमलों के पीछे एक सोची-समझी साजिश है। उन्होंने कहा था कि हमलों की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसे सजा दी जाएगी।
13 अक्टूबर से ही हिंदुओं पर हमलों का दौर जारी है। पहले सिर्फ दुर्गा पंडाल में भीड़ ने हमला बोला जिसमें चार लोगों को जान से मार दिया गया। इसके बाद इस्कॉन मंदिर पर हमला करके इस्कॉन के कर्मचारी पार्थ घोष को रात भर तड़पाने के बाद जान से मार दिया गया। उसका शव नदी में पड़ा मिला। इस हमले पर इस्कॉन सोसायटी ने बयान जारी करके बांग्लादेश सरकार से कार्रवाई की मांग की थी। फिलहाल कार्रवाई के नाम पर 65 हिंदुओं के घरों को फूंक दिया गया है। मगर बांग्लादेश की सरकार इन उपद्रवी छात्रों के आगे लाचार बनी हुई है।