मेरठ: संसद टीवी के एंकर रामवीर श्रेष्ठ ने कहा कि कलम लोकतंत्र को जगाने का काम करती है, देश का सबसे बडा संबल है कलम। लोकतंत्र राजनीति नहीं है, बल्कि एक साधना है, तपस्या है। पत्रकार एवं पत्रकारिता इतनी विश्वसनीय होनी चाहिए कि उसमें किसी प्रकार का फिल्टर लगाने की जरूरत न पडे। क्योंकि पत्रकार लोकतंत्र के लिए काम कर रहा है। पत्रकार द्वारा लिखी गई खबर एक आम चर्चा का विषय बनती है। इसीलिए पत्रकार को कभी एक तरफा खबर नहीं लिखनी चाहिए।
चौधरी चरण सिंह विवि के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा लोकतंत्र एवं पत्रकारिता विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता संसद चैनल के एंकर रामवीर श्रेष्ठ ने कहा कि लोकतंत्र का प्रत्यक्ष उदाहरण है स्विजरलैण्ड। जहां पर संसद एवं जनप्रतिनिधि नागरिकों के मतानुसार ही कार्य करते हैं। किसी भी कानून की वैधता एवं उसकी आवश्यकता की परख लोगों के द्वारा ही होना चाहिए, तभी वास्तविक रूप से लोकतंत्र स्थापित हो सकता है।
कहीं-कही लोकतंत्र का भी अधिनायकवादी स्वरूप भी देखने को मिलता है। भारत में पंचायती राज व्यवस्था को और अधिक उदार बनाने की आवश्यकता है। तभी वास्तविक रूप से ग्राम स्वराज की संकल्पना साकार हो सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र की प्रत्येक व्यक्ति का मत महत्वपूर्ण होता है। लोकतंत्र की परिभाषा ऋगवेद में देखने को मिलती है। प्राचीन भारत में सभा और समिति नामक दो सभाएं होती थी। जिन्हें आज की संसद कहा जा सकता है। प्राचीनकाल से लोकतंत्र की व्यवस्था चली आ रही है। लोकतंत्र लंबी और विस्तृत परंपरा है।
पत्रकार को नैतिकता के आधार पर ही कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि पत्रकारिता एक तरफा हो गई तो लोकतंत्र खतरे में आ जाता है। क्या छुपाना है, क्या बताना है पत्रकार में ऐसा विवेक होना चाहिए। भारतीय परंपरा ऐसे समाचार को निषेध करती है जो समाज को भ्रमित करने का काम करती हो। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के निदेशक प्रो. प्रशांत कुमार ने सभी का स्वागत किया। डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने सभी का धन्यावाद ज्ञापित किया। विभाग की छात्रा आयशा ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान डॉ. अशोक कुमार, डॉ. प्रवीन कुमार, लव कुमार, वीनस शर्मा, डॉ. हरेंद्र, संतोष त्यागी, हितेंद्र, बीनम यादव, मितेंद्र गुप्ता, राकेश कुमार, उपेश, ज्योति, राजीव आदि उपस्थित रहे।