– युद्धाभ्यास के दौरान नई पीढ़ी के उपकरणों से परिचित कराने की कोशिश
– चीन ने सैनिकों को दिया हिमालयी क्षेत्रों में कठोर युद्ध से निपटने का लक्ष्य
नई दिल्ली :- पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) भारतीय सीमा के पास अपने सैनिकों को रात-दिन ऊंचाई पर युद्ध लड़ने का प्रशिक्षण दे रही है। इस दौरान झिंजियांग सैन्य जिले के हिमालयी क्षेत्र में चीनी सैनिकों को नई पीढ़ी के उपकरणों से परिचित कराने की कोशिश की जा रही है। इसीलिए पीएलए ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ उच्च ऊंचाई पर तैनात सैनिकों के साथ रात्रि अभ्यास तेज किया है। पीएलए की तिब्बत सैन्य कमान ने पिछले माह भी तिब्बत के पठारी इलाके में बड़े पैमाने पर संयुक्त अभ्यास किया है।
चीनी सेना के वेस्टर्न थिएटर कमांड ने भारत की हिमालयी सीमा के पास तैनात इकाइयों के साथ रात्रि अभ्यास शुरू किया है क्योंकि वह अपने सैनिकों को नई पीढ़ी के हथियारों और उपकरणों से परिचित कराना चाहता है। शिनजियांग सैन्य जिले में चीनी सेना के कई बल लगभग 5,000 मीटर (16,400 फीट) की ऊंचाई पर रात्रि युद्ध का अभ्यास कर रहे हैं। कंपनी कमांडर यांग यांग का कहना है कि हमने अपने शेड्यूल में संशोधन किया है और सैनिकों से ज्यादा ऊंचाई वाले प्रशिक्षण के लिए उच्च मानकों को पूरा करने की मांग की है क्योंकि हमें हिमालयी क्षेत्रों में बढ़ती चुनौतियों के बीच एक कठोर युद्ध के माहौल से निपटने की जरूरत है।
इससे पहले भारतीय सीमा के करीब चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कमांडरों की इतनी बड़ी संख्या तीन साल में नहीं देखी गई। चीनी सैनिकों ने इस सप्ताह एक प्रमुख वार्षिक अभ्यास में समस्याओं के त्वरित प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित किया है। इसे चीन की युद्ध तैयारी को उन्नत करने और अपने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के निरंतर प्रयासों के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है। सभी थिएटरों के लगभग 200 वरिष्ठ सैन्य कमांडरों, शिनजियांग और तिब्बत जैसे प्रमुख क्षेत्रों के साथ-साथ बीजिंग गैरीसन ने इनर मंगोलिया के ज़ुरिहे बेस पर तीन दिवसीय संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग लिया। यह पीएलए का सबसे अच्छा ज्ञात और एशिया का सबसे बड़ा सैन्य प्रशिक्षण आधार है। पिछली बार शिनजियांग के सुदूर-पश्चिमी क्षेत्र के कोरला में पीएलए के ग्राउंड फोर्स में 2018 के प्रशिक्षण सत्र के दौरान कमांडरों का इतना बड़ा जमावड़ा हुआ था।
”स्नोफील्ड ड्यूटी-2021” के नाम से जाने जाने वाले अभ्यास में पीएलए तिब्बत सैन्य कमान से संबद्ध दस ब्रिगेड और रेजिमेंट शामिल हैं। ड्रिल में नवीनतम हथियार और उपकरण शामिल किए गए हैं क्योंकि पीएलए सैनिकों ने इससे पहले 4,500 मीटर की ऊंचाई पर अभ्यास नहीं किया है। रात और दिन का अभ्यास हॉवित्जर, विमान-रोधी बैटरी सहित कई रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के साथ किया गया है। पीएलए ने अभ्यास के दौरान हमले के हेलीकॉप्टर और टाइप 15 लाइट टैंक का भी इस्तेमाल किया।पीएलए ने दावा किया कि शिनजियांग सैन्य जिले में चीनी सैनिक लगभग 5,000 मीटर की ऊंचाई पर रात्रि अभ्यास कर रहे हैं।
इससे पहले पीएलए से जुड़े वरिष्ठ सैन्य कमांडरों ने झुरिहे ट्रेनिंग बेस पर कथित तौर पर ”लड़ाकू तत्परता” सुनिश्चित करने के लिए सैन्य अभ्यास आयोजित किया था। अभ्यास के दौरान तिब्बत और शिनजियांग सहित तीन थिएटरों से कम से कम 200 सैन्य कमांडर शामिल हुए थे। इससे पहले जुलाई में हुए चीनी सैन्य अभ्यास में राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी तिब्बत दौरे पर आए थे। उन्होंने यात्रा के दौरान सिचुआन-तिब्बत रेलवे लाइन की योजना बनाने के लिए निंगची रेलवे स्टेशन का भी दौरा किया था। चीनी राष्ट्रपति ने दलाई लामा के पूर्व घर पोटाला पैलेस के सामने स्थानीय लोगों से मुलाकात करके बात भी की थी। इससे पहले जब शी उपराष्ट्रपति थे तो उन्होंने 2011 में इस क्षेत्र का दौरा किया था।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan