आगरा में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने रात 10 बजे का अपडेट जारी किया। आगरा में रात 10 बजे यमुना का जलस्तर 498.2 फीट तक पहुंच गया,अब यमुना का जलस्तर 499 फीट गई, यमुना का जलस्तर जैसे जैसे बढ़ रहा है लोगों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं।
आगरा के कैलाश मंदिर के अंदर पानी पहुंचने के बाद सावन के तीसरे सोमवार पर लगने वाला मेला स्थगित कर दिया है। श्री कैलाश मंदिर पर यमुना किनारे बने 12 घर खाली करा लिए गए हैं बिजली बंद कर दी है। आगरा में यमुना का जलस्तर पिछले तीन दिनों से लगातार इससे इससे नदी किनारे वाले क्षेत्रों में उथल पुथल मची हुई है। सोमवार को गोकुल बैराज से 146886 क्यूसेक और ओखला से 87695 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया।
यमुना में जलस्तर बढ़ने से आगरा के कॉलोनी और गांव में पानी घुस चुका और लोंगो को सुरक्षित करने के लिए दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है। जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल से आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया है। बाढ़ से निपटने के लिए 47 बाढ़ चौकियां बनाई हैं। इसमें 329 राजस्व कर्मचारियों को लगाया गया है। बाढ़ नियंत्रक प्रभारी हर घंटे यमुना के जलस्तर की निगरानी में जुटे हैं।
आगरा में वर्ष 1978 में बाढ़ आई थी, तब फ्लड लेवल 508 था। उस समय ताजमहल की दीवार पर पानी पहुंच गया था। कई गांव और यमुना किनारे बसीं कालोनियां जलमग्न हो गई थीं। सोमवार सुबह फिर ताजमहल की दीवार तक पानी पहुंच गया है। ताजमहल के पास बने श्मशान घाट पर भी पानी भर गया है। इससे अंतिम संस्कार क्रिया पर रोक लगाई गई है।