उत्तराखंड। उत्तराखंड मे आसमान से आई तबाही में अब तक 65 लोगो को मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ है, अभी भी सकुना से शवों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का संयुक्त ऑपरेशन लगातार जारी है, हमारी टीम लगातार ग्राउंड जीरो पर जाकर तबाही का जायजा ले रही है , हालत इतने खराब हो चुके है की भीमताल से रामगढ़ के रास्ते में आपको हर जगह तबाही ही तबाही नजर आ रही है , गाड़ियां मलबों में दबी है तो सड़के पूरी तरह से कट चुकी है, लेकिन तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए हमारी टीम सबसे पहले पहुंची तल्ला रामगढ़ यहां पर कोई मौत तो नही हुई है लेकिन सबसे ज्यादा तबाही यहीं हुई है।
तल्ला रामगढ़ से आगे की स्थिति बेहद ही भयावह है आगे झुतिया,और सकुना में ही सबसे ज्यादा मौतें हुई है।
हमारी टीम ने इन इलाकों में हकीकत जानने की कोशिश की लेकिन वहां के सारे रास्ते बंद हो चुके है नदी ने कई जगहों से सड़कों को काट दिया है हालत ये है की वहां अब तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के सिवा अब तक प्रशासन की कोई मदद नहीं पहुंच पाई है , शव भी अब तक नहीं निकाले जा सके , स्थानीय लोगो ने बताया की अब तक वहां मौके पर कोई भी मीडिया टीम नहीं पहुंच सकी है लेकिन हमने तय किया की हम वहां किसी भी कीमत में पहुंचेंगे।
राम गढ़ तल्ला से 8 किलोमीटर का बेहद मुश्किल और डरावना पैदल सफर हमारे एसोसिएट एडिटर ब्रजेश श्रीवास्तव और कैमरामैन अतुल त्यागी ने शुरू किया जरा इन तस्वीरों को देखिए आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे, किस तरह से पहाड़ों में चढ़कर नदियों को पर करते हुए किसी तरह से हमारी टीम पहुंची सकुना, वहां की तबाही और मंजर देखकर हम सिहर गए , एक के बाद एक शव एनडीआरएफ के द्वारा निकले जा रहे थे,ऑपरेशन लगातार जारी है।